पाकुड़: झारखंड के लिट्टीपाड़ा प्रखंड में डायरिया का गंभीर प्रकोप है. बड़ा कुड़िया गांव में इस बीमारी के चलते दो लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में एक महिला आंद्री पहाड़िन और एक पुरुष बेंजामीन पहाड़िया शामिल हैं. दो लोगों की डायरिया से हुई मौत ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है. से में स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित गांव में आपातकालीन चिकित्सा शिविर लगाकर 16 मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है. अधिकारियों के अनुसार मरीजों की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.
जंगल के बीच है गांव
लिट्टीपाड़ा प्रखंड का बड़ा कुड़िया गांव जो प्रखंड मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित है, एक जंगली इलाके में बसा हुआ है. गांव में स्वच्छ पीने के पानी की कमी है. जिसके चलते यहां रहने वाले लोग नदी और नालों का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. इस वजह से गांव में डायरिया और अन्य जलजनित बीमारियों का प्रकोप आम बात हो गई है. पिछले साल भी इसी प्रकार की बीमारी ने गांव को प्रभावित किया था, जिसमें कुछ लोगों की जान चली गई थी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और गांव में पानी की स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के प्रयास जारी हैं.