Joharlive Team
रांची। बुंडू थाना क्षेत्र के अमनबुरु गांव से दो नाबालिग को बड़े-बड़े शहरों में बिकने से बचाया गया है। इस कार्रवाई में चार मानव तस्कर को भी पकड़ा गया है। सभी आरोपी गांव में रहने वाले शंभु मुंडा के घर में रुके हुए थे।पकड़े गए आरोपियों में किशोरी, अच्छेलाल अहिरवार, मतादिन और कालिया शामिल है। पकड़े गए चारों तस्कर दिल्ली के विभिन्न इलाकों के रहने वाले है। इस मामले में ग्राम पंचायत सदस्य द्रौपदी देवी ने बुंडू थाना में लिखित आवेदन दी और कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह की है।
- ग्राम पंचायत सदस्य ने आरोपियों के खिलाफ की लिखित शिकायत
पुलिस को दिए लिखित आवेदन के अनुसार सभी आरोपियों के शंभु मुंडा के घर में छिपे होने की सूचना मिली थी। सत्यापन के लिए ग्रामीण पुलिस के साथ उक्त जगह पर पहुंची। जहां आरोपियों के पास से पुलिस ने दो नाबालिग को बरामद की। दोनों नाबालिग के पिता का देहांत हो चुका था। दोनों नाबालिग सगी बहन अनगड़ा थाना क्षेत्र की रहनी वाली है।
- चाचा ने पैसा लेकर बेचा था दोनों भतीजी को
बताया जाता है कि नाबालिग के चाचा ने पैसे लेकर इनलोगों के हाथों बेच दिया था। रात के अंधेरे में उन लोगों ने घर से उठाकर शंभू के घर लाए थे । 7 दिन तक बच्चियों को रखे थे। बच्चियों को घर से निकलने से मना कर दिया गया था। नाबालिग को खरीदकर ले जाने की तैयारी हो चुकी थी, मगर लॉकडाउन के कारण फंस गए थे। पकड़े गए आरोपियों ने दोनों नाबालिग को शंभू के घर में रखने के बाद फिर से लड़कियों की तलाश कर रहे थे। हालांकि, इस बात की पुष्टि भी नाबालिगों ने पुलिस के समक्ष की है। इधर, बुंडू प्रखंड हुमता पंचायत के पंचायत समिति द्रोपदी देवी कार्रवाई करने के लिए बुंडू थाने को लिखी है। जिसमें उन्होंने साफ लिखा है कि सभी लोग मानव तस्कर हैं।