गुमला : सिसई में हाईवा और बाइक के बीच हुई टक्कर से 2 लोगों के मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने नया विवाद खड़ा कर दिया। बताया जा रहा है कि हादसे में मरने वाले लोगों के रिश्तेदार पीड़ित परिवार को घटना की जानकारी दे रहे थे। इसी दौरान सिसई थाना प्रभारी रवि होंगहंगा मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी ने रिश्तेदार के हाथ से मोबाइल छीनकर जमीन पर पटक दिया। मोबाइल टूट गया। इसके बाद विवाद बढ़ गया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ सड़क जाम कर दिया। टायर जलाए। नारेबाजी शुरू कर दी। विवाद बढ़ता देख थाना प्रभारी फिर मौके पर गए। अपनी गलती स्वीकार की। बताया कि काम के भारी दबाव के कारण ऐसा हो गया। अपने व्यवहार के लिए हाथ जोड़कर माफी मांगी। पीड़ित परिवार को मुआवजे का आश्वासन दिया। लिखित रूप से ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि इलाके में ट्रकों से अवैध वसूली नहीं होने दी जाएगी। इसके बाद कहीं जाकर हंगामा खत्म हुआ। अब थानेदार का माफी मांगने वाला वीडियो इलाके में वायरल हो रहा है। इसको लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिसई थाना क्षेत्र के कुदरा मोड़ के पास बुधवार रात हुए सड़क हादसे में लाकेया निवासी फूलचंद उरांव और लापुंग थाना डिंबा बनटोली निवासी सुनील उरांव की मौत हो गई। दोनों सिसई बस्ती से रिश्तेदारी कर लौट रहे थे। इसी दौरान यह दुर्घटना हो गई। लोग घटना से नाराज थे। इस दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली ने आग में घी का काम कर दिया। स्थानीय लोग बेहद आक्रोशित हो गए। हालात बिगड़ते देखकर जिला परिषद अध्यक्ष किरण बाड़ा अंचलाधिकारी अरुणिमा एक्का,प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनीला खलखो घटनास्थल पहुंचीं। और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सिसई पुलिस के द्वारा लगातार बालू लदे हाईवा से पैसे की वसूली की जाती है। पुलिस वालों को पैसे देने से बचने की हड़बड़ी में हाईवा ने मोटरसाइकिल को टक्कर मारी। इसमें यह घटना घटी। पुलिस अपनी गलती से सबक लेने की बजाय पीड़ित पक्ष के साथ अमर्यादित व्यवहार कर रही है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। हालात अनियंत्रित होते देख थाना प्रभारी दोबारा घटनास्थल पर गए। प्रदर्शनकारियों से बात की। लिख कर दिया गया कि भविष्य में बालू लदे ट्रकों से पैसों की वसूली नहीं होने दी जाएगी। टूटे हुए मोबाइल की मरम्मत कराई जाएगी। इसके बाद 3 घंटे तक चला हंगामा खत्म हुआ।