उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का निजी ट्विटर अकाउंट फिर से ‘वेरिफाई’ हो गया है. शनिवार सुबह उनके अकाउंट से ‘ब्लू टिक’ हट गया था. ब्लू टिक हटने पर ट्विटर इंडिया का कहना था कि लंबे वक्त से अकाउंट लॉग इन नहीं होने के कारण ऐसा हुआ था. हालांकि वेरिफाई हटाने के कुछ ही घंटे बाद ट्विटर ने उनके अकाउंट का ब्लू टिक वापस कर दिया है।
हालांकि, इस बीच सूत्रों का कहना है कि उपराष्ट्रपति समेत आरएसएस से जुड़े कई नेताओं के अकाउंट से ब्लू टिक हटने से सरकार नाराज है और ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन .ले सकती है. सूत्रों के मुताबिक, आईटी मंत्रालय इसे ट्विटर की ‘गलत मंशा’ मान रहा है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।
दरअसल, शनिवार सुबह उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पर्सनल ट्विटर हैंडल @MVenkaiahNaidu से ‘ब्लू टिक’ हट गया. ब्लू टिक से ही अकाउंट के वेरिफाइ होने का पता चलता है. हालांकि, उपराष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल @VPSecretariat से ब्लू टिक नहीं हटा था. हालांकि, घंटे भर बाद दोबारा से उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट पर ब्लू टिक आ गया है।
इस पूरे मामले पर ट्विटर इंडिया ने सफाई देते हुए कहा था कि “अकाउंट लंबे समय से लॉग इन नहीं हुआ था, इस वजह से ब्लू टिक हट गया था.” हालांकि, अभी भी आरएसएस के तमाम बड़े नेता सुरेश जोशी, सुरेश सोनी और अरूण कुमार के ट्विटर अकाउंट को वेरिफाई नहीं किया गया है।
हालांकि, देखा जाए तो कुछ ट्विटर अकाउंट ऐसे भी हैं जो कई सालों से एक्टिव नहीं हुए हैं, फिर भी उन पर ब्लू टिक लगा है. मसलन, पूर्व वित्त मंत्री और दिवंगत बीजेपी नेता अरुण जेटली के ट्विटर अकाउंट से आखिरी ट्वीट 7 अगस्त 2019 को हुआ था, लेकिन उनका अकाउंट अब भी वेरिफाई है।
वहीं, ट्विटर के नियम कहते हैं कि पिछले 6 महीने में लॉग इन करना जरूरी है, तभी उसे एक्टिव अकाउंट माना जाएगा. हालांकि, इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप ट्वीट, रिट्वीट, लाइन, फॉलो, अनफॉलो करें. लेकिन अकाउंट एक्टिव रखने के लिए 6 महीने में एक बार लॉग इन करना जरूरी है और प्रोफाइल अपडेट रखना जरूरी है।