धनबाद : निरसा के ईसीएल मुगमा क्षेत्र अंतर्गत कापासारा आउटसोर्सिंग के बंद खदान में सोमवार की सुबह अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से दो लोगों की मौत हो गई.  वहीं 8 से 10 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. बताया जाता है कि रोजाना की तरह सोमवार कि अहले सुबह भी 12 से 14 की संख्या में मजदूर खनन करने के लिए कापासारा आउटसोर्सिंग पहुंचे. जैसे ही उन लोगों ने कुआंनुमा अवैध माइंस में खनन करना शुरू किया, खदान के बगल में ही अवस्थित गरम खाद नामक तालाब का सारा पानी आउटसोर्सिंग में जाने लगा, जिससे चाल धंस गई. घटना की सूचना मिलते ही आसपास के दर्जनों लोग मौके पर पहुंचे और दो शव को किसी तरह निकाला. वहीं अभी 8 से दस लोगों के दबे जोन की आशंका जताई जा रही है.

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घटना की सूचना पर भाजपा नेता प्रदीप बाउरी, झामुमो नेत्री लक्खी देवी पहुंच कर पूरे मामले की जानकारी ली. सभी ने आरोप लगाया कि इस तरह की घटना आए दिन होती रहती है, दर्जनों लोग मारे जाते हैं लेकिन प्रबंधन घटना से कोई सीख नहीं ले रहा है. उन लोगों की लापरवाही के कारण गांव के लोग मौत के गाल में समा रहे हैं. ना ही सुरक्षा का व्यवस्था है और ना ही कोई दीवार या कटीले तार का घेराबंदी है. जिसके कारण लोग पेट की आग बुझाने के लिए अपने आप को मौत के आगे झोंक रहे हैं. आए दिन हो रही इस तरह की घटना का पूरा जिम्मेदार ECL प्रबंधक है. प्रबंधक की लापरवाही के कारण पिछले 5 माह से कापासारा आउटसोर्सिंग बंद पड़ा है. ना कोई सुरक्षा ना हीं इसे चालू करने की कोई व्यवस्था. सबसे बड़ी बात यह है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी या ECL के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं.

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