देहरादून : सिलक्यारा में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के निकालने के लिए हो रहे ड्रिलिंग से अचानक मलबा गिरने लगा. जिसके कारण बचाव अभियान कुछ देर के लिए रोक दिया गया है. बता दें कि मंगलवार की रात से लगातार ऑगर मशीन से ड्रिलिंग किया जा रहा था. अभी यहां नौवां पाइप डाला जा रहा था, इसके बाद एक और पाइप डाला जाना है.

बताया जा रहा कि बचाव अभियान को लेकर अगले करीब दस घंटे अहम हैं. टनल से जैसे-जैसे मजदूरों के बाहर आने की उम्मीद बढ़ रही है, वैसे ही उनके प्राथमिक उपचार की भी तैयारी तेज हो गई है. यहां अस्थायी अस्पताल बनाया गया है, जिसमें आठ बेड लगाए गए हैं. यहां से करीब चार किलोमीटर दूर हेलिपैड बना है, जहां से श्रमिकों को एयरलिफ्ट करके एम्स ले जाया जा सकता है. उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भी 45 बेड अलग से रिजर्व कर दिए गए हैं.

श्रमिकों से दोबारा की गई बात

माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने कहा कि अभियान सफलता की ओर बढ़ रहा है. सुबह टेलिस्कोपिक कैमरा के माध्यम से उन्हें देखा गया और बात की गई. भोजन सामग्री भेजी गई है. जल्द ही अच्छी खबर मिलेगी.

रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने की उम्मीद

सिलक्यारा सुरंग में ऑगर मशीन से 39 मीटर तक ड्रिलिंग हो चुकी है. कुल 57 से 60 मीटर तक ड्रिलिंग होनी है. अधिकारियों का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो आज रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने की उम्मीद है.

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