New Delhi : पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार नीतियों और टैरिफ के कारण वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट देखी जा रही है. इसका असर भारतीय अरबपतियों पर भी पड़ा है, जिनकी नेट वर्थ में करोड़ों डॉलर की कमी आई है. सोमवार को फोर्ब्स की ताजा लिस्ट के अनुसार, भारत के शीर्ष चार अरबपतियों मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, सावित्री जिंदल एंड फैमिली और शिव नादार की संपत्ति में कुल मिलाकर 10.3 अरब डॉलर की गिरावट आई.
मुकेश अंबानी को सबसे बड़ा नुकसान
इस गिरावट में सबसे बड़ा झटका रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को लगा है. उनकी नेट वर्थ में 3.6 बिलियन डॉलर की कमी आई है, जिसके बाद उनकी कुल संपत्ति 87.70 बिलियन डॉलर तक गिर गई है. वहीं, गौतम अडानी की नेट वर्थ में 3 अरब डॉलर की कमी आई और अब उनकी संपत्ति 57.3 बिलियन डॉलर हो गई है.
अन्य अरबपतियों की संपत्ति में भी गिरावट
सावित्री जिंदल एंड फैमिली को 2.2 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ, जिससे उनकी कुल संपत्ति 33.9 बिलियन डॉलर रह गई. वहीं, शिव नादार को भी 1.5 बिलियन डॉलर का झटका लगा और उनकी नेट वर्थ 30.90 बिलियन डॉलर हो गई.
बाजार में मचा हाहाकार
इन अरबपतियों के नेट वर्थ में गिरावट का मुख्य कारण घरेलू शेयर बाजारों में आई भारी गिरावट है. सोमवार को सेंसेक्स में 3900 अंकों की गिरावट आई और निफ्टी 5 प्रतिशत गिरावट के साथ 22,000 के नीचे चला गया. निफ्टी मेंट 8 प्रतिशत, निफ्टी आईटी 7 प्रतिशत, और ऑटो, रियल्टी, और ऑयल एंड गैस सेक्टरों में 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई. इसके अलावा, स्मॉल कैप 10 प्रतिशत और मिड कैप 7.3 प्रतिशत तक गिर गए हैं.
वॉरेन बफेट का शानदार प्रदर्शन
इस गिरावट के बावजूद, अमेरिका के निवेशक वॉरेन बफेट ने एक साल में 12.7 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी की है, जो निवेश जगत में एक बड़ा आश्चर्य बनकर उभरा है. बफेट का यह प्रदर्शन एक उदाहरण है कि कैसे रणनीतिक निवेश और सही फैसले आर्थिक संकटों के बीच भी लाभ प्रदान कर सकते हैं.
इस तरह के आर्थिक उतार-चढ़ाव से वैश्विक बाजार और भारतीय उद्योग जगत में अस्थिरता बनी हुई है, और आने वाले महीनों में और गिरावट की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.
Also Read : रांची के स्कूलों में पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन के गठन का निर्देश, JPA ने किया था आग्रह