देवघर : त्रिकूट पर्वत रोपवे हादसा में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए चल रहा ऑपरेशन रात होने के कारण कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. सोमवार (11 अप्रैल) सुबह 7:30 बजे से वायु सेना के गरुड़ कमांडो की टीम ने MI-17 और MI-17 V5 चॉपर की सहायता से 32 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है. लेकिन शाम ढलते-ढलते एक दुखदाई घटना भी घट गई. रेस्क्यू करते वक्त एक पर्यटक को जैसे ही चॉपर पर शिफ्ट करने की कोशिश की जा रही थी, तभी उनका सेफ्टी बेल्ट खुल गया और वह नीचे खाई में जा गिरे. देवघर के जिलाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि दिनभर चले ऑपरेशन के दौरान 32 लोगों को अलग-अलग ट्रॉली से सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया. लेकिन शाम के वक्त एक हादसा होने की वजह से एक शख्स की जान चली गई.
उन्होंने बताया कि अभी चार ट्रॉलियों में करीब 15 लोग फंसे हुए हैं. देवघर के जिलाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि प्रशासन की पहली कोशिश है कि फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए. 10 अप्रैल को जब हादसा हुआ, उस वक्त से ही पूरा प्रशासन रेस्क्यू में जुटा हुआ है. इस दुर्घटना की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.वहीं, एक ट्रॉली में एयरफोर्स का गरुड़ कमांडो रहकर अब रातभर फंसे हुए यात्रियों को मोटिवेट करेंगे. दरअसल, वह रेस्क्यू कराने के लिए एक ट्रॉली में पहुंचे थे. इसी दौरान अंधेरा होने की वजह से दोनों चॉपर मूव कर गये और गरुड़ कमांडो ट्रॉली में रह गए. जिलाधिकारी ने बताया कि 10 अप्रैल की शाम हादसा होने के बाद फौरन एनडीआरएफ की टीम के साथ सेना की मदद की मांग की गई थी. इस पर केंद्र सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुबह होते ही एयरफोर्स की टीम, सेना और आईटीबीपी की टीम को तैनात कर दिया था. उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में पश्चिम बंगाल के खड़कपुर एयरवेज के साथ-साथ रांची से एयर फोर्स की टीम लगी हुई है.