जामताड़ा: जामताड़ा और निरसा के बीच बराकर नदी घाट पर दो साल पहले नाव दुर्घटना में 14 मृत लोगों की याद में शहादत दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पुल निर्माण संघर्ष समिति के सचिव मोहम्मद रफीक अंसारी ने किया. बीरग्राम श्यामपुर बरबेन्दिया पुल निर्माण संघर्ष समिति के सचिव मोहम्मद रफीक अंसारी ने कहा कि दो साल पहले 24 फरवरी 2022 को निरसा से जामताड़ा की ओर सवार होकर आने वाली नाव दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी जिसमें कुल 19 सवार लोगों में से 14 लोगों की मृत्यु हो गई थी .
नाव दुर्घटना के 2 साल होने पर उनकी शहादत को समिति 2 मिनट मौन रहकर आत्मा की शांति के लिए दुआ किया और मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दिया. समिति के सलाहकार आबेदीन अंसारी ने कहा कि अधूरे पुल के कारण घटना घटी थी जो झारखंड के इतिहास में एक काला दिन के रूप में याद रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि काश पुल निर्माण हुआ रहता तो लोगों की जान नहीं जाती. इस नदी घाट से रोजाना हजारों लोग, मजदूर, सब्जी विक्रेता, मछली विक्रेता, छात्र-छात्राएं, राजमिस्त्री, नौकरी पेशा वाले लोग नाव के सहारे जान को जोखिम में डालकर पार करते हैं. कौरेश अंसारी ने मौके पर पुल निर्माण कार्य शुरू होने की बात सोशल मीडिया एवं नदी घाट पर कार्य प्रारंभ होने की जानकारी मिलने की बात कही . दो साल में पुल निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश निविदा में अंकित है.
इस कार्यक्रम में बीरग्राम, श्यामपुर, बरबेन्दिया, मेझिया, बेलडीह, किताझोर, सहरजोरी, पंजनिया, पगड़ाडीह, दुलाडीह, चालना सहित दर्जनों गांवों के ग्रामीण ने भाग लिया. इस मौके पर कौरेश अंसारी, कीर्तन मंडल, आबेदीन अंसारी, अनादी मंडल, लालबाबू अंसारी, निमाई चन्द्र मंडल, शहाबुद्दीन अंसारी, शफीक अंसारी, निर्मल टुडू, फुरकान अंसारी, मन्तोष महतो, इम्तियाज अहमद, दुलाल चन्द्र मंडल, अकबर अंसारी, विकास मंडल सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.