रांची : झारखंड जगुआर (एस०टी०एफ०) कैंप परिसर, टेंडरग्राम, में श्री संजय आनंद लाठकर, अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान) झारखंड, रांची, श्री होमकर अमोल विनुकांत, पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) सह-झारखंड जगुआर, (एस०टी०एफ) रांची, श्री अनूप बिरथरे, पुलिस उप-महानिरीक्षक, झारखंड जगुआर (एस०टी०एस) रांची सह- विशेष शाखा, झारखंड, रांची, कर्नल जे०के० सिंह, पुलिस अधीक्षक (प्रशिक्षण) श्री संजय मुकुल किस्पोट्टा, पुलिस अधीक्षक (अभि0) श्री शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल, पुलिस अधीक्षक (प्रशा0) एवं श्री अजीत पीटर डुंगडुंग, पुलिस अधीक्षक, जे०जे० (एस०टी०एफ०) रांची एवं झारखंड जगुआर के समस्त पदाधिकारी एवं कर्मियों के द्वारा अपराह्न 05:00 बजे लगभग 10,000 से अधिक विभिन्न प्रकार के प्रजाति के वृक्षों का आज वृक्षारोपण किया गया। जो निम्नवत है- पाकड़ के 30, बरगद के 30, पीपल के 30, अमरूद के 1500, गुलमोहर के 200, जामुन के 1500, आंवला के 1000, चंदन के 5, रुद्राक्ष के 11, बेल के एक सौ, शीशम के 450, कदंब के 250, अशोक के 100, नीम के 250, पपीता के 50, करंज के 1500, सागवान के 500, महोगनी के 400, कटहल के 150, पलाश के एक सौ और आम के 2000 (कुल-10,166) वृक्ष लगाए गए।
झारखंड जगुआर रांची का मुख्यालय टेंडर ग्राम, रातू रांची में अवस्थित है। जब झारखंड जगुआर को वर्तमान भूमि आवंटित की गई थी तब झारखंड जगुआर को आबंटित पूरे परिसर में मात्र एक बरगद का वृक्ष था एवं चारो ओर पत्थर ही पत्थर से भरा हुआ था। वहां बैठने योग्य कोई छायादार स्थान नहीं था।
परंतु झारखंड जगुआर के कर्मियों के द्वारा विगत 10 वर्षों में सतत रूप से वृक्षारोपण कर झारखंड जगुआर परिसर को हरा-भरा करने का काम किया है। वर्तमान में पूरे झारखंड जगुआर परिसर में डेढ़ लाख से अधिक वृक्ष लगाए जा चुके हैं। इस वर्ष मई के प्रथम सप्ताह में विभिन्न प्रजातियों के 7232 वृक्ष लगाए जा चुके हैं जो निम्नबत है। पाकड़ के 250,बरगद के 50, पीपल के 500, अमरूद के 1100, गुलमोहर के 100, जामुन के 1100 आंवला के 200, चंदन के 5, रुद्राक्ष के 5, कल्पवृक्ष के 12, शीशम के 250, कदम्ब के 500, अशोक के 10, नीम के 550,करंज के 50, सागवान के 570, महोगनी के 500, कटहल के 150, पलाश के 30, आम के 1150 तथा लीची के 150 वृक्ष लगाए गए।
पूर्व में झारखंड जगुआर परिसर में जलस्तर काफी नीचे था। जिससे लगभग 34 बोरिंग कराने के बावजूद भी पीने योग्य पानी उपलब्ध नहीं हो पाता था। वन एवं पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए कैम्प परिसर में कुल 9 तालाब का निर्माण कराया गया, जिसमें वर्षा के पानी को संग्रहित करने से यहां के पानी का जलस्तर काफी अच्छा हो गया है।
समय-समय पर वृक्षारोपण के कारण झारखंड जगुआर परिसर में चारों तरफ हरियाली छाई हुई है। यह परिसर एक रमणीक स्थल के रूप में परिणत हो चुका है। यहां के दृश्य काफी आकर्षक है, झारखंड जगुआर परिवार के कर्मियों के अथक प्रयास से यहां की बंजर भूमि को हरे-भरे क्षेत्र के रूप में परिणत किया जा सका है। जो एक उदाहरण माना जा सकता है।
इस अवसर पर झारखंड जगुआर परिवार झारखंड राज्य के वासियों से अपील करती है कि अपने आसपास के बंजर भूमि पर, आपसी समन्वय एवं सहयोग से वृक्षारोपण/ संरोपण कर झारखंड प्रदेश को हरियाली क्षेत्र के रूप में परिणत करने का प्रयास करें, ताकि पर्यावरण के संतुलन में अपना योगदान दे सकें।