गोड्डा: अदाणी अन्नपूर्णा कार्यक्रम के अंतर्गत 26 नवंबर को डुमरिया पंचायत भवन में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन और जैविक खेती के फायदे को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू हुआ, जिसमें अदाणी फाउंडेशन के गणमान्य प्रतिनिधियों, मोतिया और डुमरिया के ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों के अलावा 50 से अधिक किसानों, जिनमें महिला किसान भी शामिल थीं, ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ किया गया. इसके पश्चात, गांव के विकास की रूप-रेखा के साथ अदाणी अन्नपूर्णा कार्यक्रम के महत्व पर चर्चा की गई. ग्रामीण आजीविका से संबंधित कई प्रमुख मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया.
प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत करते हुए मुखिया प्रतिनिधि तिलक झा और अदाणी फाउंडेशन के अधिकारी संतोष सिंह ने जैविक खेती, वर्मी कम्पोस्टिंग की विधि और इसकी महत्वता पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने किसानों को वर्मी कम्पोस्टिंग की तैयारी, उपयोग और इसके लाभों पर गहराई से प्रशिक्षित किया. इसके अलावा, किसान उत्पादक संघ के गठन और इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला गया. उन्होंने किसानों की आय में बढ़ोतरी, कृषि उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने, बेहतर गुणवत्ता वाले बीजों के इस्तेमाल, जैविक खाद, मुर्गीपालन, मछलीपालन, सब्जी उत्पादन, समेत खेती के तमाम तरीकों के प्रबंधन जैसे विषयों पर जानकारी साझा की. प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में वर्मी कम्पोस्टिंग के लिए इच्छुक किसानों के नाम दर्ज किए गए. किसानों ने सामुदायिक विकास के लिए अदाणी फाउंडेशन के इस पहल की सराहना की और इसे अपने खेतों में अपनाने का संकल्प लिया.