नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच सैनिकों की वापसी पूरी हो गई है. यह जानकारी भारतीय सेना के सूत्रों ने दी. 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ था. इस सकारात्मक घटनाक्रम के चलते दोनों पक्ष 31 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर मिठाइयां बांटने का फैसला किया है. डिफेंस सूत्रों के अनुसार, विवादित क्षेत्रों से सैनिकों, टेंट और अस्थायी संरचनाओं को वापस लिया गया है, जिससे नियमित गश्त पर लौटने का मार्ग प्रशस्त हुआ है. अब दोनों पक्ष जल्द ही गश्त शुरू करेंगे, जिसमें जमीनी स्तर के कमांडर और अन्य अधिकारी सीमा क्षेत्रों में विशेष प्रक्रियाओं को तय करेंगे.

कल सैन्य कमांडरों की हुई थी बैठक

30 अक्टूबर को, भारत और चीन के स्थानीय सैन्य कमांडरों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बैठक की, ताकि पीछे हटने के प्रयासों को अंतिम रूप दिया जा सके. इस क्रम में, मंगलवार को देपसांग में हवाई सत्यापन पूरा किया गया, जिसमें मानव रहित हवाई वाहनों (UAV) का उपयोग किया गया.

21 अक्टूबर को ही हुई थी घोषणा

भारत ने 21 अक्टूबर को घोषणा की थी कि उसने LAC पर गश्त के लिए चीन के साथ समझौता किया है, जो चार साल से अधिक समय से चल रहे सैन्य गतिरोध को समाप्त करने में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह कदम पिछले साल जून में गलवान में हुई घातक झड़प के बाद उठाया गया है.

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