गुमलाः जेजेएमपी उग्रवादी संगठन ने अपने संगठन के पूर्व सदस्य अमरजीत से बदला लेने के लिए पूरे परिवार पर फायरिंग कर दी. फायरिंग में अमरजीत की पत्नी और उसकी 3 साल की मासूम बेटी की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि घायल अमरजीत वहां से भाग निकला. घटनास्थल पर रातभर अपनी मां और बहन की लाश के साथ उग्रवादी अमरजीत का बेटा रोता रहा. सुबह पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. घटना को जनावल गांव के कंचन मोड़ के पास उग्रवादियों ने अंजाम दिया. घटना के बारे में बताया जा रह है कि सोमवार की रात को अमरजीत बाइक पर अपनी पत्नी नीति कुजूर और दो बच्चों को साथ लेकर लौट रहा था. इसी दौरान पहले से जनावल कंचन मोड़ के पास घात लगाए जेजेएमपी के उग्रवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.
जिससे मौके पर ही अमरजीत की पत्नी और तीन साल की बच्ची की मौत हो गई. वहीं गोलीबारी में अमरजीत भी गंभीर रूप से घायल है. इसके बावजूद वह अंधेरा का फायदा उठा कर भाग निकला. जिसके बाद अमरजीत का 5 साल का पुत्र वहां पर मां के शव के साथ लिपट कर रात भर रोता रहा. घटना की सूचना मंगलवार को मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई. हमले में घायल अमरजीत को पुलिस ने उसके घर जनावल से ही बरामद किया. जिसके बाद उसे इलाज के लिए प्राथमिक चिकित्सालय चैनपुर में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसे 2 गोली लगी है, फिलहाल उसकी स्थिति ठीक है. पुलिस कस्टडी में ही उसे गुमला सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है. बताया जाता है कि अमरजीत लकड़ा उर्फ अशोक चैनपुर थाना क्षेत्र के जनावल का रहने वाला है. वह पूर्व में जेजेएमपी का उग्रवादी रह चुका है. पिछले साल अक्टूबर महीने में उसने घाघरा थाना क्षेत्र में अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर कमांडर सुकरा उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी थी और हत्या के बाद हथियार और लेवी की मोटी राशि लेकर फरार हो गया था. उस वक्त से जेजेएमपी उसकी खोज में थे.