रांची: रांची के सदर अस्पताल सभागार में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत समीक्षा बैठक हुई. जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के परिवार नियोजन कोषांग की राज्य नोडल पदाधिकारी डा पुष्पा ने कहा कि प्रजनन दर (टीएफआर) में कमी लाने के लिए स्थायी और अस्थायी परिवार नियोजन विधियों का उपयोग करने के लिए व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि हर महीने की 11 तारीख को “परिवार कल्याण दिवस” के रूप में मनाया जाएगा. यदि इस दिन कोई अवकाश होता है तो कार्यक्रम एक दिन पूर्व या बाद में आयोजित किया जाएगा. बैठक में पाकुड़, दुमका, साहेबगंज और गोड्डा जिलों के स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया.
जिलों में भी होंगे कार्यक्रम
बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि 21 तारीख को हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, जामताड़ा, 22 तारीख को सरायकेला-खरसांवा, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम एवं सिमडेगा, 25 तारीख को धनबाद, बोकारो, गुमला व चतरा और 28 तारीख को पलामू, गढ़वा, लातेहार व देवघर जिलों के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. रांची, रामगढ़, लोहरदगा व खूंटी के लिए यह कार्यक्रम 4 नवंबर को आयोजित होगा.
छोटे स्थल पर होगी एक्टिविटी
डा पुष्पा ने कहा कि जन-जागरूकता के लिए छोटे स्तर पर स्थल का चयन कर आउटरीच गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा और इसका प्रतिवेदन राज्य स्तर पर भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि एफपीएल एमआईएस, भौतिक और वित्तीय उपलब्धियों को शत-प्रतिशत करने के साथ-साथ सर्विस प्रोवाइडर और लाभुकों के इंसेंटिव पेमेंट को शीघ्रता से पूरा करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि परिवार कल्याण दिवस का उद्देश्य समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों, बाल विवाह, किशोर गर्भधारण और प्रजनन की उच्च दर वाले क्षेत्रों में जागरूकता फैलाना है.