JoharLive Desk

नई दिल्ली : तीस हजारी कोर्ट में 2 नवंबर को वकीलों और पुलिसवालों के बीच बवाल ने फिर तूल पकड़ लिया है। रविवार को दिल्ली बार के प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल से मुलाकात की। इस दौरान दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इस बैठक में समस्या का कोई हल निकला। इसके बाद जिला अदालतों की कॉर्डिनेशन कमेटी ने सभी निचली अदालतों में हड़ताल की घोषणा कर दी।
कमेटी महासचिव धीर सिंह कसाना ने बताया कि शाम करीब 5:30 बजे बार काउंसिल ऑफ इंडिया, दिल्ली बार काउंसिल और कॉर्डिनेशन कमेटी के प्रतिनिधियों ने उपराज्यपाल से मुलाकात की। बैठक में डीसीपी मोनिका भारद्वाज समेत 7 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। करीब 70 मिनट चली बैठक में वकील पर गोली चलाने के आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी को लेकर कोई उचित समाधान नहीं निकला। इसके बाद कॉर्डिनेशन कमेटी ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया के बीते शुक्रवार को हड़ताल स्थगित करने संबंधी निर्देश को किनारे कर दिया।

धीर सिंह कसाना ने कहा कि पुलिस अधिकारी आरोपी कर्मियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं तो वकील भी न्याय के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। कमेटी ने सभी निचली अदालतों की बार एसोसिएशन को तत्काल प्रभाव से हड़ताल जारी रखने के निर्देश दिएं। अब सोमवार से रोहिणी, कड़कड़डूमा, द्वारका, पटियाला हाउस, साकेत और तीस हजारी अदालतों में वकील हड़ताल पर रहेंगे।

इससे पूर्व, तीस हजारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एनसी गुप्ता ने रविवार को कहा कि वकील पर गोली चलाने के आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस का कोई उचित जवाब नहीं मिला है। इससे वकील परेशान हैं। इसलिए उनके पास हड़ताल के अलावा कोई रास्ता नहीं है।

उल्लेखनीय है कि गत 2 नवंबर को अदालत परिसर में कैदी लॉकअप के सामने वाहन खड़ा करने को लेकर वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई थी। इसी दौरान एक वकील को गोली लगने के बाद वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच बड़ा बवाल पैदा हो गया था।

इस घटना में गोली चलाने वाले पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वकीलों ने 4 नवंबर से हड़ताल शुरू की थी, जो शुक्रवार तक चली। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम देकर हड़ताल स्थगित करने की घोषणा की थी।

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