Joharlive Desk
नई दिल्ली : दिल्ली की जिला अदालतों की कॉर्डिनेशन कमेटी ने बुधवार शाम सभी बार एसोसिएशनों के अध्यक्षों के साथ बैठक की। इसमें अध्यक्षों ने सभी निचली अदालतों में हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया। इससे गुरुवार(7 नवंबर) को भी सभी निचली अदालतों में कामकाज ठप रहेगा। इसके साथ ही जानकारी मिल रही है कि वकील गुरुवार सुबह प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।
रोहिणी कोर्ट में चल रही वकीलों की बैठक, साकेत कोर्ट में शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी
जानकारी के अनुसार रोहिणी कोर्ट में वकीलों की बैठक जारी है। कहा जा रहा है कि इसके बाद वकील प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं। वहीं साकेत कोर्ट में आज भी वकीलों का शांतिपूर्ण धरना जारी है। वकीलों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक वह प्ररदर्शन जारी रखेंगे।
बुधवार को वकीलों ने रखी थीं ये मांगें
कॉर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष महावीर सिंह और धीर सिंह कसाना ने बुधवार को कहा था कि तीस हजारी कोर्ट में वकील को गोली मारने के आरोपी पुलिसकर्मी अब भी खुले घूम रहे हैं। उन्हें पुलिस के अधिकारी गिरफ्तार क्यों नहीं कर रहे।
उन्होंने कहा कि बार एसोसिएशन तब तक काम पर नहीं लौटेंगी, जब तक आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता। इसलिए तीस हजारी, साकेत, द्वारका, पटियाला हाउस, राउज एवेन्यू और कड़कड़डूमा कोर्ट में पूरी तरह काम की हड़ताल रहेगी।
उधर, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि अदालतों के बाहर किसी भी प्रकार की हिंसक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने साफ कर दिया कि अदालतों के बाहर वकील, पुलिस या किसी अन्य के द्वारा कोई हिंसा होती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया इन दिनों हो रही सभी घटनाओं को गंभीरता से ले रहा है। पुलिसकर्मियों सहित वकीलों की गतिविधियों पर भी नजर है। उन्होंने वकीलों से अपील की है कि वे किसी भी हालत में हिंसात्मक गतिविधि में शामिल होने से बचें।