रांची। बकरीद और सावन के मद्देनजर झारखंड में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी एसपी को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। साथ ही उपद्रवियों और असामाजिक तत्व पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है।
इसी क्रम में शुक्रवार को राजधानी रांची के कांके रोड स्थित न्यू पुलिस लाइन मैदान में मॉक ड्रिल किया गया। बकरीद और सावन में माहौल बिगाड़ने वाले उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस लाइन में जवानों ने मॉक ड्रिल किया। मॉक ड्रिल एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में हुई। मॉक ड्रिल के दौरान एसएसपी ने जवानों को उपद्रवियों से निपटने के तौर तरीके बताए। इस दौरान सिटी एसपी सहित कई पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। मॉकड्रिल के दौरान उपद्रवियों ने अचानक से पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने मुकाबला करते हुए लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले, पानी की बौछारों सहित गोलियां भी चलाई गई।
इस दौरान घायलों को अस्पताल भेजने, उपद्रवियों को गिरफ्तार करने, अनाउंसमेंट, लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले, पानी की बौछार छोड़ने, गोलियां छोड़ने, लाठी चार्ज करने, उपद्रवियों की ओर से पत्थरबाजी से बचने का अभ्यास करवाया गया। साथ ही एसएसपी ने आपात स्थित में कैसे फायरिंग की जाती है। इसकी भी जानकारी जवानों को दी। इस दौरान पुलिसकर्मी ही उपद्रवी बने थे। उन्होंने पुलिस-प्रशासन हाय-हाय के नारे लगाए। पुलिस के अधिकारी ही मजिस्ट्रेट और अधिकारी बनकर निर्देश देते हुए नजर आए। इस दौरान ऐसा लग रहा था, मानो पूरा क्षेत्र हुड़दंगियों के कब्जे में है और पुलिस इससे निपटने की कोशिश कर रही है।
एसएसपी ने बताया कि मॉकड्रिल एक रेगुलर प्रक्रिया है। हमारे पास जो भी वैपन हैं उसका अभ्यास करवाया गया। आपात स्थिति में कैसे काम करना हैं। इसका अभ्यास पुलिस के जवानों को करवाया गया। उन्होंने बताया कि बकरीद और सावन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस तैयार है। उपद्रवियों और असामाजिक तत्व को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा।