Joharlive Team
गिरिडीह। जिले के धनवार के परसन ओपी के चर्चित संदिग्ध आत्महत्या मामले की जांच करने एक साथ तीन एजेंसियों की टीम पहुंची। जांच टीम में फोरेसिंक लैब के साथ डाॅग स्काॅयड और सीआईडी के एसपी भी शामिल थे। जानकारी के अनुसार टीम में 25 अधिकारी और जवान शामिल थे। तीनों एजेंसियो के संयुक्त टीम मंगलवार शाम में ही को परसन ओपी थाना क्षेत्र के पुररेखखुर्द गांव पहुंची।
सूत्रों की मानें तो तीनों एजेंसियों की जांच टीम राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर गांव पहुंची है, जहां जुलाई में एक महिला द्वारा अपने बच्चों के साथ आग लगाकर संदिग्ध तौर पर सुसाईड कर लेने की घटना हुइ थी। हालांकि घटना के बाद मृतका के पिता चंद्रिका महतो द्वारा पति रवीन्द्र यादव समेत आठ लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया गया था। लिहाजा, चार महीनें बाद अब पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर इस गंभीर मामले की जांच एक साथ तीन एजेंसियों को दिया गया है।
जानकारी के अनुसार पुररेखखुर्द गांव के जिस घर में यह घटना हुई थी, वह प्रसादी यादव का घर है। घटना में प्रसादी यादव के बेटे रवीन्द्र यादव की पत्नी सोनिया देवी के अलावे उसके तीन बच्चों आठ वर्षीय बेटा दिलीप कुमार, पांच वर्षीय बेटी सोनम और दो वर्षीय छोटू की मौत आग में जलने से हो गई थी। इस दौरान पुलिस ने एक बच्चे के शव को कमरे के भीतर पड़े बंद पड़े बक्से में जला हुआ पाया गया था। वहीं दो बच्चों समेत सोनिया देवी का शव कमरे में बिस्तर पर ही था।
आत्महत्या के इस संदिग्ध मामले की जांच करने पहुंची एक साथ तीन एजेंसियों की टीम को गांव में देखकर पूरे गांव में चर्चा का विषय रहा। धनवार और परसन ओपी के पुलिस पदाधिकारी भी इस दौरान टीम के साथ मौजूद थे। इधर जांच के लिए पहुंची टीम के अधिकारियों ने पूरे घर का मुआयना किया। यही नही खोजी कुत्तों ने भी घर को खंगाला। फिलहाल जांच के दौरान तीनों एजेंसियों को क्या मिला, यह स्पस्ट नहीं हो पाया है।