Joharlive Team
रामगढ़ : झारखंड के कई जिलों में आतंक का पर्याय बने पांडेय गिरोह के तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों कुख्यात रंगदारी के जरिए मोटी रकम वसूलते थे। इन्हें अलग-अलग स्थानों से पकड़ा गया है। हालांकि अभी अन्य सदस्यों की तलाश को छापेमारी कर रही हैं। इसकी पुष्टि सोमवार को एसपी रामगढ़ ने की।
इस संबंध में एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि पश्चिम बंगाल प्रदेश के अलावा झारखंड में बोकारो और रामगढ़ जिले में छापेमारी की गई। विशेष छापेमारी दल के सदस्यों को तीनों स्थानों से एक-एक कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी है। उन्होंने बताया कि रामगढ़ जिले के पतरातू से गोविंदा नामक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। जबकि बोकारो से प्रेम सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। बंगाल से भी एक अपराधी गिरफ्तार हुआ है, जिसके नाम का खुलासा एसपी ने अभी नहीं किया है। इन तीनों अपराधियों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
एसपी ने बताया कि पांडेय गिरोह मुख्यरूप से रामगढ़, रांची, हजारीबाग, जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, कोडरमा, गिरिडीह, चतरा आदि जिलों में काम कर रहे ट्रांसपोर्टर, रेलवे कांट्रेक्टर, रेलवे साइडिंग में काम कर रहे कंपनी के अधिकारी और उद्योगपतियों से रंगदारी वसूली का काम करता है। इस गिरोह के तीन सदस्य इन्हीं कार्यों में संलिप्त थे। उनके द्वारा कई स्थानों पर अपना आतंक जमाने के लिए गोलीबारी भी की गई है। वर्तमान में भी इनकी सक्रियता काफी बड़ी गयी थीं। यह लोग कई उद्योगपतियों से रंगदारी मांग रहे थे।
इन लोगों ने रामगढ़ जिले में भी कई होटल मालिक, मार्केट कांप्लेक्स के मालिक, ट्रांसपोर्टर और फैक्ट्रियों के मालिकों को इन लोगों ने फोन किया था। बतौर रंगदारी मोटी रकम की मांग की थी। इस मामले में उद्योगपतियों और व्यवसायियों ने पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद एक विशेष टीम गठित कर उन्हें इन तीनों के पीछे लगाया गया। समाचार लिखे जाने तक एसपी के नेतृत्व में छापेमारी जारी है। साथ ही गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ भी की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इन तीन अपराधियों की गिरफ्तारी से कई बड़े मामले उजागर हो सकते हैं।