हजारीबाग: बीते 16 जनवरी को संध्या चौपारण थाना क्षेत्र के पांच व्यवसायियों को मोबाइल पर पीएलएफआई के द्वारा धमकी भरा पोस्टर भेजा गया. साथ ही कुछ देर के बाद दो व्यवसायियों को धमकी भरा ऑडियो क्लिप भी वाट्सएप के माध्यम से भेजा गया था. इस संबंध में चौपारण थाना में कांड दर्ज कर जांच शुरू की गई. मामले पुलिस पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पीएलएफआई के तीन सक्रिय सदस्य को खूंटी से गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार किए गए पीएलएफआई के सदस्य के विरुद्ध रांची एवं खूंटी जिला के विभिन्न थानों में दर्जनों कांड दर्ज हैं. पीएलएफआई का हेड राजेश गोप के निर्देश पर ये तीनो काम करते थे. इस संबंध में पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार तीनों पीएलएफआई के सदस्य खूंटी के कर्रा थाना क्षेत्र के निवासी हैं. इनमें खूंटी के सांगोर निवासी बिजु मुंडा (29) पिता जगरनाथ मुंडा, छोटी टोपनो(24) पति बिजु मुंडा और करमडीह निवासी प्रभुदान कंडुलना(35) पिता स्व थॉमस कंडुलना शामिल हैं. पीएलएफआई के इन सदस्यों से पुलिस ने मोबाईल फोन जब्त किया है.
पूर्व में भी रहा है अपराधिक इतिहास
पुलिस ने बताया कि बिजु मुंडा पूर्व में नक्सली कांड में जेल गया था, जो करीब 5 वर्ष जेल में रहने के पश्चात विगत एक माह पूर्व जमानत पर बाहर आया था. वहीं प्रभुदान कन्डुलना द्वारा लेवी वसूलने का काम तथा हथियार को संगठन तक पहुँचाना एवं पुलिस की गतिविधि पर पैनी नजर रखता था. छोटी टोपनो द्वारा अपने नाम से सीम लेकर अपने पति बिजु मुंडा छोटी टोपनो का काम अपने नाम से सिम कार्ड खरीद कर पति बिजू के जरिए राजेश गोप तक पहुंचाता था. तीनों उग्रवादियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है
ज्ञात हो कि विगत 29 दिसंबर को चैपारण बाजार स्थित शशि चन्द्रवंशी के मोबाइल दुकान पर अज्ञात अपराधकर्मी द्वारा पीएलएफआई का पोस्टर चिपका कर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था. पुलिस इस मामले में भी शामिल तीन बदमाशों को गिरफ्तार की थी.