रांची: राजधानी का बड़ा तालाब यहां की लाइफलाइन है. इसकी वजह से ही आसपास के इलाके में पानी का लेवल अब भी बरकरार है. अब इस तालाब के बीच में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगाई गई है. वहीं तालाब के ब्यूटीफिकेशन का काम भी चल रहा है. रविवार को कार्तिक पूर्णिमा पर इस तालाब में वाराणसी की तर्ज पर भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया. जिसमें गंगा यात्री पियूश पाठक के नेतृत्व में गंगा आरती की गई. जिसे देखने के लिए काफी संख्या में लोग जुट गए. बता दें कि रांची नगर निगम की पहल पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा आरती का यह आयोजन किया गया. इस आरती के माध्यम जल स्रोतों को स्वच्छ और निर्मल बनाने का संकल्प लिया गया. इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया गया. जिससे कि आने वाले समय में अपने जलस्रोतों को बचाया जा सके. गंगा आरती के आयोजन में नगर प्रशासक अमित कुमार भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि हम पर्यावरण को संरक्षित करेंगे तो पर्यावरण भी हमारी रक्षा करेगा.
जलस्रोतों को बचाने की पहल
राजधानी के जलस्रोतों को बचाने के लिए रांची के पियूश पाठक और उनकी टोली ने गंगा आरती की शुरुआत की है. समय-समय पर ये लोग सभी तालाब और नदियों में जाकर गंगा आरती कर रहे है. बनारस की तर्ज पर ये आरती कर रहे है. वहीं लोगों से भी जलस्रोतों को बचाने की अपील कर रहे है. जिससे कि पानी के स्रोतों को बचाया जा सके. इसमें उनके पिता विजय पाठक का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है.