बोकारो: जिला के बेरमो कोयलांचल के जरंगडीह स्थित ढोरी माता पूजा महोत्सव शुरू हुई. पादरी के साथ-साथ हजारों श्रद्धालुओ के अगुवाई में माता का शोभायात्रा निकाल कर पूरे क्षेत्र का भ्रमण किया गया. इस दौरान काफी संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे इस शोभा यात्रा में शामिल हुए. बता दें की वर्ष 1951-52 के दशक में ढोरी कोलियरी में कोयला काटने के दौरान सीसीएल कामगार रूपा सतनामी को यह मूर्ति मिली थी जो माता ढोरी के नाम से प्रसिद्ध हुई. बाद में यह मूर्ति को फादर के नेतृत्व में जारंगडीह स्थित संत एंथोनी चर्च में स्थापित किया गया था. तब से लेकर अब तक प्रत्येक साल अक्तूबर महीने के आखिरी शुक्रवार से पूजा महोत्सव मनाई जाती है. देश सहित विदेश से भी ईसाई समुदाय सहित विभिन्न धर्मों के मानने वाले खासकर कोलियरी में काम करने वाले मजदूरों का आस्था ढोरी माता से जुड़ी हुई है. वहीं शोभा यात्रा के दौरान विधि एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस भी काफी संख्या में उपस्थित रहें. पूजा में किसी तरह का व्यवधान ना उत्पन्न हो इसे लेकर स्थानिय महिला और पुरूष पुलिस बल के जवान काफी संख्या में मौजूद रहे.
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