रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच बस मालिकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. राज्य के विभिन्न जिला प्रशासन ने बस मालिकों को बसें उपलब्ध कराने को कहा है. सिर्फ ईस्ट सिंहभूम में 9 से 13 नवंबर के बीच कम से कम 400 बसें उपलब्ध कराने का निर्देश है. हालांकि, ये समस्या झारखंड के लगभग सभी जिलों के साथ हो सकती है. इसको लेकर एक ओर जहां बस ओनर्स परेशान हैं. वहीं, छठ पर्व में बिहार, यूपी जाने वाले लोग चिंतित हैं कि अगर गए तो समय से फिर लौट पाएंगे या नहीं. ऐसे में इस बार ज्यादातर लोग झारखंड में ही छठ महापर्व करने का मूड बना रहे हैं.
क्या है बस मालिकों की डिमांड
बस मालिकों ने प्रशासन को बताया कि उन्हें पिछले लोकसभा चुनाव के लिए दी गई बसों का भुगतान अब तक नहीं मिला है. पिछले चुनाव में 310 से अधिक बसें उपलब्ध कराई गई थीं, लेकिन अब तक भुगतान लंबित है. इस बार फिर से बसें मांगी जा रही हैं, जिससे बस मालिकों में चिंता का माहौल है. जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि वे बस मालिकों के भुगतान को लेकर गंभीर हैं और अगले 2-3 दिनों में पैसे उनके बैंक खातों में भेज दिए जाएंगे. बस एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय शर्मा ने कहा कि उनकी एसोसिएशन हमेशा चुनाव में सहयोग करती रही है और इस बार भी सहयोग का आश्वासन दिया है.
फेस्टिव सीजन में बढ़ जाती डिमांड
बस मालिकों ने फेस्टिव सीजन की बात करते हुए कहा कि इस दौरान बसों की मांग बढ़ने वाली है. उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि बसों की संख्या को थोड़ा कम रखा जाए, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, खासकर बिहार जाने वाली बसों को राहत देने की मांग की गई है. चुनाव के चलते बसों की मांग बढ़ गई है, लेकिन छठ महापर्व के समय भी बसों की कमी का संकट बना रह सकता है. गांव जाने वाले यात्रियों को भले ही बस मिल जाए, लेकिन लौटने के समय उन्हें बस मिलने की उम्मीद नहीं है. प्रशासन की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं दी गई है.
Also Read: एस्ट्रोटार्फ स्टेडियम में इंटर कॉलेज विमेंस हॉकी टूर्नामेंट