जमशेदपुर: यह नजारा जुगसलाई स्टेशन रोड मुख्य मार्ग स्थित अंडर ब्रिज का है, जहां हल्की बारिश में भी लोग जान जोखिम में डालकर आना-जाना करने को मजबूर हैं। लेकिन राहगीरों और वाहन चालकों की इस परेशानी से ना रेलवे, ना टाटा स्टील और ना ही जुगसलाई नगर परिषद को कुछ लेना-देना है। हालात इतनने भयावाह हैं कि इस ओर से गुजरने के ख्याल से लोगों के रूह कांप जाते हैं। लेकिन क्या करें, मजबूरी में इस जलजमाव में डूब कर लोगों को आना-जाना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, इस दौरान लोग दुर्घटना के भी शिकार हो रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार अफसरान आंखें मूंदे अपने अपने कार्यालय में कुर्सी तोड़ रहे हैं। लोगों को उनकी हाल पर यूं ही छोड़ दिया गया है।
अंडरब्रिज तो बनाया पर पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की
मामले में जानकारी देते हुए राहगीर करण सिंह ने बताया कि जब से अंडर ब्रिज का निर्माण हुआ तब से ही पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोग मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब बारिश होती है, तब-तब यही स्थिति हो जाती है। इस स्थिति से केवल राहगीरों को ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जैसे ही बारिश होती है वैसे ही यह मुख्य मार्ग जो टाटानगर स्टेशन रोड है। इस सड़क से ही लोग शहर के बीचो-बीच पहुंचते हैं और यह सड़क हाता होते हुए ओडिशा व बंगाल को जोड़ती है। स्थानीय लोगों ने इस समस्या से कई बार रेलवे और जुगसलाई नगर परिषद को अवगत कराया। लेकिन नतीजा शून्य निकला।
हल्की बारिश में भी झील बन जाता है इलाका
जानकारी देते हुए स्थानीय अरूप मलिक ने बताया कि जब अंडर ब्रिज का निर्माण हुआ उस समय ही रेलवे व स्थानीय नगर निकाय को चाहिए था कि ड्रेनेज सिस्टम सुचारू रूप से तैयार कर दिया जाए, ताकि बारिश के मौसम में जल जमाव की स्थिति न उत्पन्न हो। हल्की बारिश से झीलनुमा दृश्य नजर आने लगता है। वाहनों की कतार लग जाती है। जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। लोग चोटिल हो जाते हैं। कई वाहन इस जल जमाव में फंस जाते हैं।