जामताड़ा : जिले में साइबर ठगों के लिए अब सेफ जगह भी कम पड़ने लगे हैं। झाड़ियों में छुपकर करें या पहाड़ों पर चढ़कर, हर जगह पुलिस अपने तेवर दिखाने लगी है। शुक्रवार को झाड़ियां में छुप कर साइबर ठगी को अंजाम दे रहे तीन साइबर अपराधी को पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पु०नि०-सह-थाना प्रभारी, मनोज कुमार महतो के नेतृत्व में पु०अ०नि० हीरालाल महतो, स०अ०नि० स्टेनली हेम्ब्रम एवं अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल करते हुए नारायणपुर थानान्तर्गत ग्राम खरकोकुण्डी (महेशपुर के नजदीक) स्थित महुआ पेड के नीचे झाड़ी के पास में साईबर अपराधियों के विरूद्ध छापामारी कर साईबर अपराध कारित करते हुए करण दाँ ग्राम सोनबाद, थाना जामताड़ा, फुरकान अंसारी, सदाम अंसारी दोनों ग्राम फिटकोरिया, थाना करमाटोंड तीनों जिला जामताड़ा को फर्जी मोबाईल, सिम, ए०टी०एम० कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, नगद राशि के साथ पकड़ा गया। इस संबंध में इनके विरूद्ध जामताड़ा साईबर अपराध थाना कांड दर्ज किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है।
गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने 8 एंड्राइड मोबाइल फोन, 12 फर्जी सिम कार्ड, दो एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड, दो पैन कार्ड और ₹13700 नगद बरामद किए हैं।
शुक्रवार को साइबर थाना में प्रेस वार्ता का आयोजन कर इस बाबत खुलासा किया गया और बताया कि गूगल में विभिन्न ई-कॉमर्स कम्पनियों, ई-पेमेंट कम्पनियों, उपभोक्ता सामग्री कम्पनियों के कस्टमेयर केयर नंबर के रूप में अपना फर्जी मोबाइल नंबर डालकर उपभोक्ताओं का कॉल प्राप्त कर उनके आनी वाली समस्यों का निपटारा करने के नाम पर उनके मोबाईल पर क्विक सपोर्ट एनी डेस्क जैसे मोबाईल सेयरिंग एप डाउनलोड करवाकर उनके सारी बैंक की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर साईबर ठगी करना इनकी अपराध शैली है। बताया कि इनका कार्यक्षेत्र मुलत: बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि रहा है।
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