रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस की ओर से खुद 70 सीटें लेने की योजना पर झारखंड राजद ने कड़ी नाराजगी जताई है. शनिवार को राजद के नेता तेजस्वी यादव की नाराजगी इतनी बढ़ गई कि उन्हें मनाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर को होटल जाकर बात करनी पड़ी. रविवार को रांची में राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्य सभा सांसद मनोज झा ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “2019 में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए 7 सीटों पर चुनाव लड़ा. अब राजद अकेले 22 सीटें जीतने की क्षमता रखता है. हम भाजपा से लड़ने वाली पार्टी हैं और हमारी प्राथमिकता भाजपा को हराना है.” मनोज झा ने कहा कि हाल ही में हेमंत सोरेन के आवास पर हुई बैठक में माहौल सौहार्दपूर्ण नहीं रहा. उन्होंने यह भी कहा, “अगर हमें 12-14 सीटें मिलती हैं, तो हम गठबंधन की मदद करेंगे. यदि ऐसा नहीं हुआ, तो हम 19 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार देंगे और सोमवार को प्रत्याशियों की घोषणा कर देंगे.” उन्होंने स्पष्ट किया कि राजद भाजपा के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक है और भाजपा से दोस्ती की संभावना को सिरे से खारिज किया. मनोज झा ने मुख्यमंत्री सोरेन को सलाह दी कि उन्हें जनाधार और दल को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, अन्यथा गठबंधन की नाव डूब सकती है.