नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर के मुद्दे पर हाल ही में किए गए निर्णय के विरोध में देशभर में 21 अगस्त को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया गया है. इस बंद को विभिन्न संगठनों और पार्टियों का समर्थन प्राप्त हो रहा है, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख रूप से शामिल हैं.
झारखंड मुक्ति मोर्चा का समर्थन
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने एक पत्र जारी कर इस बंद के प्रति पार्टी का समर्थन स्पष्ट किया. पत्र में उल्लेख किया गया है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के उत्थान और मजबूती के प्रयासों को विफल कर सकता है. इस फैसले के विरोध में 21 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक भारत बंद का आयोजन किया गया है. पत्र के अनुसार, जेएमएम के सभी केंद्रीय समिति के पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, जिला सचिव, और जिला संयोजक को इस बंद में सक्रिय रूप से भाग लेने और समर्थन देने के निर्देश दिए गए हैं.
राजद का सड़क पर विरोध
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव और मीडिया प्रभारी ने भी इस बंद के समर्थन की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर, एसटी, एससी और ओबीसी वर्गों के प्रतिनिधि 21 अगस्त को भारत बंद का समर्थन करेंगे. झारखंड प्रदेश के राजद नेता और कार्यकर्ता इस दिन सड़क पर उतरकर झंडा-बैनर के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे.