रांची: उपद्रवी तत्व लगातार शहर की शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. रांची के नरकोपी, लोअर बाजार के बाद अब बुढ़मू इलाके में भी माहौल खराब करने की कोशिश की गई. दरअसल, बुढ़मू थाना क्षेत्र के चकमे गांव में सरहुल की शोभायात्रा के दौरान विवाद हो गया. जिसके बाद दो गुट आपस में भिड़ गए दोनों के बीच पथराव भी हुआ. रांची पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच मामले को संभाला. दरअसल, चकमे गांव से सरहुल की शोभायात्रा निकाली जा रही थी. शोभायात्रा के दौरान जुलूस का रास्ता रोके जाने की वजह से तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. एक पक्ष के लोगों की ओर से जुलूस रोके जाने से दोनों गुट के लोग आमने-सामने आ गए. हल्की झड़प हुई, कुछ लोगों ने पत्थर भी फेंके. दोनों ओर से धार्मिक नारेबाजी भी होने लगी.
हालांकि वक्त पर पुलिस-प्रशासन और कुछ लोगों ने मोर्चा संभाला और माहौल को बिगड़ने से बचाया. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. गांव में गश्त तेज कर दी गई है. कई पुलिस अधिकारी कैंप कर रहे हैं. जैसे ही गांव में तनाव की सूचना मिली आनन-फानन में बुढ़मू, चान्हो, मांडर, ठाकुरगांव सहित अन्य थानों की पुलिस पहुंची. बाद में ग्रामीण एसपी नौशाद आलम भी मौके पर पहुंचे. दोनों पक्ष के ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया और बेवजह शांति में खलल डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही.
जानकारी के अनुसार, चकमे गांव की ओर सरहुल की शोभायात्रा जा रही थी, जिसे डाड़ी चौक चकमे के पास निर्धारित रूट नहीं होने की बात कह कर एक पक्ष ने रोक दिया. पहले पक्ष के लोगों का कहना था कि मस्जिद मार्ग से होकर शोभायात्रा को नहीं जाने दिया जाएगा. चूंकि इस मार्ग से कभी शोभायात्रा कभी नहीं निकली है. इस बात पर दोनों पक्षों में बहस शुरू हुई और लोग आमने-सामने आ गए. इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई. घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी अनिमेश नैथानी, बुढ़मू, मांडर, चान्हो, ठाकुरगांव थाना प्रभारी सदल बल के साथ चकमे गांव पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. जबकि पुलिस की ओर से सूझ-बूझ दिखाते हुए खुद मांदर थामकर शाेभायात्रा को पार करवाया गया.