रांची: शुक्रवार को रांची में इंडिया-न्यूजीलैंड मैच जेएससीए स्टेडियम में खेला जाएगा. भारत-न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच को लेकर सुरक्षा और ट्रैफिक को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सबसे ज्यादा मेहनत ट्रैफिक रूट को लेकर किया गया है. लगभग 35000 दर्शक मैच देखने पहुंचेंगे जिन्हें स्टेडियम में पहुंचाने और फिर मैच के बाद बाहर निकालने में पुलिसकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी. झारखंड में ट्रांसफर पोस्टिंग के मामले में होने वाली विसंगतियों की वजह से पिछले तीन महीनों से रांची का ट्रैफिक एसपी का पोस्ट रिक्त पड़ा हुआ है, जबकि हटिया डीएसपी जैसा महत्वपूर्ण पद भी प्रभार में चल रहा है.
35000 दर्शकों को संभालना बड़ी चुनौती
इंडिया-न्यूजीलैंड टी20 मैच के दौरान के लिए सभी टिकट बिक चुकी हैं, ऐसे में शुक्रवार का दिन रांची पुलिस के लिए चुनौती भरा रहेगा. एक तरफ जहां बिना ट्रैफिक एसपी के ही ट्रैफिक व्यवस्था को संभालना होगा, वहीं 35000 दर्शकों की जांच कर उन्हें स्टेडियम के अंदर भेजना बड़ी चुनौती है. मैच समाप्त होने के बाद क्रिकेट प्रेमी जब स्टेडियम से बाहर निकलेंगे तब रांची की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा सकती है. हालांकि, पुलिस का दावा है कि 100 से अधिक ट्रैफिक जवानों को राजधानी में तैनात किया गया है जो देर रात तक ट्रैफिक व्यवस्था को संभालेंगे.
सुरक्षा रहेगी अभेद
सुरक्षा के मद्देनजर स्टेडियम के भीतर और बाहर में 1200 अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है. वहीं, डीएसपी स्तर के 10 अधिकारियों को केवल विधि व्यवस्था और यातायात व्यवस्था के संचालन के लिए तैनात किया गया है. सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि स्टेडियम और उसके बाहर चार लेयर में सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. इस सुरक्षा को पार करने के बाद ही कोई भी व्यक्ति मैदान तक पहुंच पाएगा. सादे लिबास में भी पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे.
उन्हे निर्देश दिया गया है कि वे स्टेडियम के भीतर और बाहर गेट पर आसामाजिक तत्वों पर निगरानी रखें. सभी जवानों को निर्देश दिया गया है कि सुबह से ही वे प्रतिनियुक्त स्थल पर तैनात रहेंगे. मैच के समापन के बाद वे तब तक अपने प्रतिनियुक्त स्थल पर तैनात रहेंगे, जब तक कि दर्शक स्टेडियम से निकल नहीं जाएं. जवानों से यह भी कहा गया है कि बिना मास्क के दर्शकों को किसी भी हाल में स्टेडियम में प्रवेश करने नहीं दें. वहीं, थानेदारों को भी निर्देश दिया गया है कि वे गुरुवार की रात से ही पूरे इलाके में गश्त लगाएं. संदिग्ध पाए जाने वाले व्यक्ति को तुरंत हिरासत में लें.