रांची : राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल व मेडिकल कालेज रिम्स में अव्यवस्था सुधारने का नाम ही नहीं ले रही है. एक ओर नई सुविधाएं बढ़ाई जा रही है. वहीं दूसरी ओर हॉस्पिटल में व्यवस्था ध्वस्त नजर आ रही है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हॉस्पिटल में बीमारी बांटने का पूरा इंतजाम है. कहीं ड्रेनेज ओवर फ्लो है तो कहीं पाइपलाइन फटकर पानी बाहर बह रहा है. इस वजह दुर्गंध ने मरीजों का सांस लेना भी दूभर कर दिया है. आज स्थिति यह है कि मरीज तो ठीक हो जाएगा. वहीं हॉस्पिटल का कबाड़ भी कई जगहों पर जमा कर दिया गया है. इससे मरीजों के साथ आने वाले परिजन बीमार हो जाएंगे.
ड्रेनेज आज भी 60 साल पहले वाला
हॉस्पिटल की जब शुरुआत हुई थी तब कैपेसिटी के अनुसार ड्रेनेज लाइन बिछाई गई थी. आज समय के बाद मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है. लेकिन ड्रेनेज सिस्टम में कोई सुधार नहीं हुआ. आज भी 60 साल पहले वाले ड्रेनेज के सहारे मेन बिल्डिंग है. जिससे कि ड्रेनेज हमेशा ही ओवर फ्लो रह रहा है. गंदा पानी ड्रेन से बाहर है. कई जगहों पर गंदा पानी जमा है. इसके बावजूद अधिकारियों की नजर इस पर नहीं पड़ती.
मेंटेनेंस के नाम पर करोड़ों खर्च
हॉस्पिटल के मेंटेनेंस के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते है. इसके लिए पीएचईडी को अलग से करोड़ों रुपए दिए जाते है. जिससे कि हॉस्पिटल में सिवरेज-ड्रेनेज दुरुस्त रहे. वहीं पानी की पर्याप्त व्यवस्था रहे. इसके बावजूद पूरे हॉस्पिटल में ड्रेनेज की पाइपलाइन खराब है. जिससे नालियों का पानी कई जगहों पर बह रहा है. सुपरस्पेशियलिटी बिल्डिंग में भी कई जगहों पर ऐसी ही स्थिति है. गंदगी की वजह से लोग संभलकर चल रहे है. इस वजह से डॉक्टरों को भी परेशानी हो रही है. लेकिन प्रबंधन ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है.
इसे भी पढ़ें: सर्किट हाउस में जुट रहे सत्ता दल के विधायक, सामान भी लेकर पहुंचे है साथ