हजारीबाग: हजारीबाग के सूरजपुरा पंचायत के निवासी मेहता के 24 वर्षीय पुत्र को एनएच 33 इटखोरी मोड़ के पास एक गंभीर सड़क दुर्घटना में घायल हो गया. दुर्घटना के स्थल पर समय पर मदद नहीं मिलने की स्थिति में युवक की जान जा सकती थी, लेकिन पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह की तत्परता ने उसकी जान बचा ली.
घटना के अनुसार, पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह रात साढ़े नौ बजे हजारीबाग से बरही की ओर यात्रा कर रहे थे. जब उनकी गाड़ी इटखोरी मोड़ के पास पहुंची, उन्होंने देखा कि सड़क पर एक युवक गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा है. बिना समय गंवाए, पुलिस अधीक्षक ने अपनी गाड़ी रुकवाई और पदमा थाना प्रभारी राणा भानु प्रताप सिंह को तत्काल बुलाया.
पुलिस अधीक्षक ने मौके पर एम्बुलेंस की व्यवस्था करवाई और घायल युवक को त्वरित चिकित्सा सहायता के लिए हजारीबाग के अस्पताल भेजा. उनकी इस त्वरित और मानवीय पहल से घायल युवक को समय पर चिकित्सा मिल सकी, जिससे उसकी जान बच पाई.
स्थानीय निवासियों ने पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह के इस संवेदनशील कार्य की प्रशंसा की है. उनका यह प्रयास न केवल घायल युवक की जान बचाने में सफल रहा बल्कि प्रशासनिक सेवा में मानवीयता के महत्व को भी उजागर किया. अरविंद सिंह की इस पहल ने समाज में एक सकारात्मक संदेश फैलाया और पुलिस के प्रति विश्वास और सम्मान को बढ़ाया है.