पटना : बिहार-झारखंड (नवादा-गिरिडीह जिला) की सीमा पर घने जंगल में एक युवक को जिंदा जला देने का मामला सामने आया है. युवक का जला हुआ शव देख पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. मृतक की पहचान मुकेश कुमार पिता सोमर साव झारखंड राज्य के गिरिडीह जिले के गावां थाना क्षेत्र के डूमरझारा गांव निवासी के रूप में हुई है. बता दें कि युवक कपड़े की फेरी का काम किया करता था. इस मामले में मृतक के परिजनों ने नवादा जिले के कौआकोल थाना क्षेत्र के झरनवां गांव के एक युवक पर वारदात को अंजाम देने का आरोप लगाया है. स्थानीय मीडिया से बात करते हुए मृतक के भाई राजकुमार साव ने बताया कि बिजनेस को लेकर कुछ दिन पहले मुकेश व उस युवक बीच विवाद हुआ था. उसने ही उसके भाई की हत्या की है.
उन्होंने बताया कि उसका भाई मुकेश और एक छोटा भाई छोटू साव कौआकोल थाना क्षेत्र के दनियां गांव जाने की बात कह कर घर से निकले थे. तभी झरनवां गांव के शख्स ने दोनों भाई को पकड़ लिया. हालांकि, छोटा भाई किसी तरह से भाग निकला और घर आकर पूरी बात बताई। जिसके बाद परिवार के लोग मुकेश को खोजते हुए जंगल की तरफ पहुंचे. जहां तीन-चार घंटे तक जंगल में भटकने के बाद मुकेश का शव बरामद हुआ. उसके शरीर को पेट्रोल और पत्तों से जला दिया गया था. साथ ही उसकी बाइक भी जला दी गई थी.
सीमा विवाद में के कारण नहीं हो रहा था मामला दर्ज
मृतक के चचेरे भाई राजकुमार साव ने यह भी बताया कि सीमा विवाद में के कारण न तो नवादा जिले के कौआकोल थाना की पुलिस सहयोग कर रही है और न ही गिरिडीह जिले की पुलिस सहयोग कर रही है. वहीं काफी देर बाद यह तय हुआ कि जिस जगह से शव मिला है. परिजन राजकुमार साह का कहना है कि शव बरामद होने के बाद हमलोग कौआकोल थाना पहुंचे। लेकिन वहां की पुलिस ने कौआकोल का क्षेत्र नहीं होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया. साथ ही हमलोगों को डांट-फटकार कर भगा दिया. इसके बाद गिरिडीह की पुलिस से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि क्षेत्र पूरी तरह से नवादा जिले के कौआकोल थाना अंतर्गत आता है.
आंदोलन करने के बाद पुलिस ने किया एफआईआर
ऐसे में गिरिडीह पुलिस कोई सहयोग नहीं कर सकती है. जिसके बाद परिजनों के द्वारा आंदोलन किए जाने के बाद कौआकोल पुलिस ने अंततः प्राथमिकी दर्ज की और आगे की कार्रवाई में जुटी. और देर रात शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल नवादा भेज दिया. मामले की जांच की जा रही है. वहीं इस घटना पर कौवाकोल थाना प्रभारी दीपक कुमार ने कहा कि परिवार के लोग का कहना था कि यह घटना बिहार में हुई है. इसके बाद हम लोगों ने देखा कि इन परिवार के लोग नहीं माने तो शव को कब्जे में ले लिए. प्राथमिक दर्ज की गई है. मामले की जांच की जा रही है.