Joharlive Team
नामकुम। सुदुरवर्ती गांवों में आज भी लोग अंधविश्वास के युग में जी रहे हैं। जादू-टोना, डायन बिसाही जैसे अंधविश्वास को लेकर अब भी गांव-देहातों में अपराध जैसी घटना घट रही है। मंगलवार को नामकुम में हहाप पंचायत के बारूडीह में रिश्तेदारों ने ही डायन बिसाही का आरोप लगाकर 50 वर्षीय महिला चमरी देवी की हत्या कर डाली। हत्या कर उसके शव को जंगल में झाड़ी के बीच फेंक दिया था। इधर घरवाले ढूंढते हुए शव के पास पहुंचे तो चीख-चित्कार मच गयी। इसके बाद आसपास के ग्रामीण वहां जुटे। जिप सदस्य आरती कुजूर को ग्रामीणों ने इसकी सूचना दी। सूचना पाते ही आरती वहां पहुंची और पुलिस को खबर किया।
नामकुम थानेदार प्रवीण कुमार सदल-बल घटनास्थल पहुंचे और मृतक के परिजनों से पूछताछ कर शव को कब्जे में लेकर थाना ले आयी। चमरी की पांच पुत्री सूडी, सुमी, मंगरी, सिनगी एवं गंगी है। सूडी और सुमी की शादी पास के ही गांव में हुई है। चमरी के पति ठाकुर मुण्डा किसान हैं। सुमी ने बताया कि उसके बड़े पिताजी फौदा मुण्डा का बेटा जादू(15) कुछ दिनों से बीमार चल रहा है। उसके पैर और चेहरे में बहुत दर्द रहता है। जादू के परिजनों ने बीमारी का ईलाज डॉक्टर से न कराकर गांव के ही भगत के पास जादू को दिखाने ले गये। भगत ने चावल देखकर उनलोगों को बताया कि चमरी डायन है उसी के कारण जादू बीमार रहता है।
इसके बाद फौदा के अन्य तीन पुत्र मंगल, कुदिया और गेंदा चमरी के घर उसे ढूंढने पहुंचे। वह घर पर नहीं थी जंगल से लकड़ी लाने गयी हुई थी। तीनों उसे जंगल में ढूंढने निकल गए। रास्ते में ही चमरी उनलोगों को मिल गयी। इसके बाद उसे लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला और शव को छुपाने के उद्देश्य से झाड़ी में फेंक दिया। इधर घरवाले ढूंढते हुए शव को खोज निकाले। मृतक चमरी के सभी पुत्रियों का रो-रोकर बुरा हाल है। तीनों आरोपी घर से फरार हो चुके हैं। पुलिस फौदा मुण्डा और जादू को पकड़कर पूछताछ के लिए थाना ले गयी है। घटना के कुछ देर के बाद एएसपी अमित रेणु भी घटनास्थल पहुंचे थें।