रांची। झारखंड की राजधानी रांची के सदर अस्पताल में इलाज कराने आयी एक महिला ने डॉक्टर और नर्स पर दुर्व्यवहार करने और आपत्तिजनक शब्द कह कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के इस व्यवहार से क्षुब्ध होकर महिला और उसके परिजनों ने सदर अस्पताल के गाइनेकोलॉजी विभाग में बुधवार को जमकर हंगामा किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रांची के पिठौरिया से आयी फरहाद जबी नामक महिला स्वास्थ्य जांच के लिए सदर अस्पताल पहुंची थी।

महिला का आरोप है कि वह अपनी समस्याओं से डॉक्टर को अवगत करा रही थी, इस पर ड्यूटी में तैनात डॉक्टर और नर्स झल्ला गये। डॉक्टर ने महिला से कुछ ऐसे सवाल किया, जिससे इलाज कराने आयी महिला और उसके परिजन भड़क गये। महिला के पति तैयब आलम ने कहा कि उसकी पत्नी अपनी पीड़ा बता रही थी, लेकिन इलाज के बजाय डॉक्टर और नर्स ने उनके साथ अभद्रता किया।

घटना के बाद महिला और उसका पति 6 महीने की बच्ची के साथ धरने पर बैठ गयी। हालांकि बाद में वह धरना से उठ गयी, लेकिन इस बीच समाज के कुछ लोग सदर अस्पताल पहुंचे और हंगामा करने लगे। एक समुदाय विशेष के खिलाफ की गयी टिप्पणी से सदर अस्पताल के मेन गेट पर लोगांे की काफी भीड़ लगी रही। हंगामा कर रहे लोग चिकित्सक से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग कर रहे थे।

दूसरी तरफ इलाज करने वाली डॉक्टर ने बताया कि महिला द्वारा लगाया जा रहा सभी आरोप पूरी तरह निराधार है। उन्होंने सिर्फ इतना ही महिला से कहा था कि वह इलाज कराये आयी हैं या फिर अस्पताल में झगड़ा करने पहुंची है, इसी बात को लेकर महिला और उसके परिजन घटना को दूसरा रंग देने की कोशिश में जुटे है। उन्हें भयभीत करने की कोशिश की जा रही है। इस तरह के माहौल में चिकित्सक मरीज को नहीं देख पाएंगे।

इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार ने इस घटना की निंदा करते हुए आरोप लगाने वाली मरीज से लिखित में शिकायत करने के लिए कहा। उन्हांेने जांच के बाद नियम संगत कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।  वहीं इस हंगामे की वजह से ओपीडी सेवा को बंद कर दिया गया, जिसके कारण कई मरीजों को परेशानियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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