- वज्रपात से दो की मौत, बारिश से गिरा शहर का तापमान
रांची : झारखंड के मौसम ने अचानक करवट ली और तपती जलती धूप से शहर के लोगों को राहत मिली। दोपहर के बाद राजधानी रांची में जैसे दिन में अंधेरा छा गया। इसके बाद झमाझम बारिश और तेज हवाओं ने गर्मी में सर्दी का अहसास करा दिया. एक ओर जहां राजधानी को बढ़ते तापमान से राहत मिली तो वहीं इस सुहावने मौसम में हुए वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गयी। बार दें झारखंड में प्री मानसून बारिश का पूर्वानुमान रांची स्थित मौसम केंद्र से किया गया था जिसके अनुसार झारखंड में 20 मार्च तक मौसम में गिरावट व बदलाव नजर आयेगा। वहीं बादलों के आवाजाही और दबाव को देखते हुए मौसम विभाग ने 20 मार्च तक के लिए अलर्ट भी जारी किया है। वहीं गुरुवार को झारखंड में हुई बारिश में वज्रपात की वजह से दो लोगों की मौत हो गयी. बता दें बिजली गिरने से धुर्वा के शालीमार बाजार में 13 वर्षीय बच्ची रितिका मुंडा की मौत हो गई, वहीं दो अन्य घायल हो गए। मृतिका बच्ची रितिका जगन्नाथपुर के इंदिरा कॉलोनी की रहने वाली थी। इसके अलावा अंधड़ तूफान के कारण जमशेदपुर के कदमडीह में हाइटेंशन तार गिरने से 38 साल की झुन्नू महतो की मौत हो गई।
बता दें अगले कुछ दिनों तक राज्य के कई जिलों में बादल छाए रहेंगे। अनुमानतः कई जगहों पर बारिश होगी एवं हवा की रफ्तार तेज रहेगी। गुरुवार को राजधानी रांची में हुई तेज बारिश की वजह से शहर में कई जगहों पर पेड़ की टहनियां बिजली के खंभे गिरे जिससे गाड़ियों को भी काफी क्षति पहुंची। वहीं इस बिन मौसम बरसात के कारण झारखंड में कई घंटे विद्युत आपूर्ति ठप्प रही। इस तूफान आंधी में कई पेड़ उखड़ कर गिर पड़े तो वही वज्रपात से दो की मौत हो गयी। इधर रांची के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मालूम हो कि मौसम बदलने के साथ साथ रांची में हवाओं ने भी रफ्तार पकड़ लिया है। राज्य में 40-50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलती हवाओं ने तापमान में भी गिरावट लाई है।
बता दे झारखंड प्रदेश के अधिकतम तापमान में गुरुवार को हुई बारिश के बाद 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी है। तो वहीं शुक्रवार को जिन जगहों पर बारिश की संभावना जताई गयी है उनमें रांची, खूंटी, रामगढ़, बोकारो, दुमका, धनबाद, गिरिडीह सहित कई इलाके शामिल हैं।
इस अचानक हुए मौसम के बदलाव के कारण खेतो में लजे फसलों को भी पहुंच सकता है नुकसान। मौसम विभाग ने राज्य में 20 मार्च तक येलो अलर्ट जारी किया है। बताते चलें कि इस दौरान ओलावृष्टि की संभावना भी मौसम विभाग ने जताई है जिसकी वजह से वजह से फसलों को नुकसान होने का खतरा भी बना हुआ है। वहीं मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने पहले ही अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि अगर फसल तैयार है तो उसे काट लें नहीं तो नुकसान हो सकता है। वहीं बीते गुरुवार आंधी बारिश की वजह से कई घण्टे बिजली बाधित रही।
राजधानी रांची में भी घंटों बिजली नदारद रही। मालूम हो कि शाम से शुरू हुई बारिश की वजह से गुल हुई बिजली को देर रात ही बहाल की गयी। इस अचानक हुई बारिश और तेज हवाओं के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड के मौसम में अचानक परिवर्तन का कारण पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से ओडिशा तक टर्फ लाइन यानी लो प्रेशर का बनना है। इस कारण से ही झारखंड में नमी के साथ बादल आ रहे हैं। एवं इसी वजह से बारिश भी हो रही है। आगे उन्होंने जानकारी दी कि फिलहाल पांच दिनों तक इससे राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।