Joharlive Desk

नई दिल्ली : सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारतीय परिवहन क्षेत्र पर साइबर हमला होने के संभावित खतरे को देखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के साथ ही वाहन विनिर्माता कंपनियों को भी सतर्क किया है। मंत्रालय ने कहा है कि उसे इस तरह के हमले के खतरे के बारे में इंडियन कंम्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉंस टीम (सीईआरटी-इन) ने सतर्क किया है।

मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भारतीय परिवहन क्षेत्र की ओर लक्षित दुर्भावनापूर्ण इरादे के साथ हस्तक्षेप की आशंका को लेकर सीईआरटी-इन से सतर्क रहने का संदेश प्राप्त हुआ है। मंत्रालय ने इस स्थिति को देखते हुए उसके तहत आने वाले विभागों और संगठनों को उनके सूचना प्रौद्योगिकी ढांचे को मजबूत रखने को कहा है।’

मंत्रालय ने एनआईसी, एएचएआई, एनएचआईडीसीएल, भारतीय सड़क कांग्रेस, इंडियन एकेडमी ऑफ हाइवे इंजीनियर्स (आईएएचई), राज्यों के सड़क लोक निर्माण विभाग, परीक्षण एजेंसियों और वाहन विनिर्माताओं से अपनी समूची आईअी प्रणाली का सीईआरटी-इन प्रमाणित एजेंसियों से सुरक्षा ऑडिट कराने का आग्रह किया है।

मंत्रालय ने इन संगठनों, एजेंसियों से कहा है कि वह इस प्रकार का सुरक्षा आडिट नियमित आधार पर कराते रहें और उनके द्वारा दी जाने वाली सिफारिशों पर आगे कदम उठायें। इस प्रकार की आडिट रिपोर्ट और उस पर की गई कार्रवाई रिपोर्ट को नियमित रूप से मंत्रालय को सौंपने को भी कहा गया है।

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