सरायकेला : शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की राज्य स्तरीय छह सदस्यीय टीम ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, जहां अस्पताल में कई खामियां पायी गयी. स्वास्थ्य विभाग के स्टेट एडिशनल सेक्रेटरी जयकिशोर प्रसाद ने इसकी रिपोर्ट विभाग को सौंपने की बात कही. मौके पर उन्होंने जिले में डेंगू के प्रति अलर्ट मोड पर रहने के लिए सभी को निर्देश दिए. इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिन्हा एवं सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ नकुल प्रसाद चौधरी सहित ड्यूटी पर तैनात सभी चिकित्सक और चिकित्साकर्मी मौजूद रहे.
शौचालय से लेकर वार्ड तक साफ-सफाई नहीं
बता दें कि सारे संसाधन होने के बावजूद जिले का सबसे बड़ा सरकारी सदर अस्पताल खुद बीमार है. इसका खुलासा करते हुए स्वास्थ्य विभाग के स्टेट एडिशनल सेक्रेटरी जयकिशोर प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल का भौतिक निरीक्षण करने पर पाया गया कि शौचालय से लेकर मरीजों के वार्ड तक की साफ-सफाई बुरी तरह से फेल है. इसके साथ ही मरीज को प्रतिदिन तीन टाइम मिलने वाला भोजन बिना मेनू हिसाब के बेहद ही घटिया दिया जा रहा है. वार्ड में प्रतिदिन बेड की चादर बदलने का सिस्टम फेल पाया गया. ब्लड बैंक में 24 घंटे एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति का निर्देश होने के बावजूद भी ब्लड बैंक में एक भी डॉक्टर प्रतिनियुक्त नहीं पाया गया. मौजूद डॉक्टर अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह पाए गए. मरीजों की संख्या काफी होने के बावजूद उनकी देखभाल उचित तरीके से होती हुई नहीं पाई गई. स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल सेक्रेटरी जयकिशोर प्रसाद ने कहा कि सरकार द्वारा जिले को पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर उपलब्ध कराए गए हैं. जिले में डॉक्टरों की कमी नहीं है. बावजूद इसके रोस्टर सिस्टम फेल पाया गया है.