Joharlive Team
रांची। राजधानी की सुरक्षा को लेकर बड़ी कवायद की गई है। एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा ने इसको लेकर नई रूप रेखा तय की। राजधानी क्षेत्र के थानों को तीन जोन बंटा गया है।जबकि डीएसपी स्तर के अधिकारियों के कार्यक्षेत्र को दो सुपर जोन में बंटा गया है। रांची शहर में वर्तमान में 30 पीसीआर, 19 माइक की तैनाती है।
प्रत्येक जोन के लिए रात 11 बजे से सुबह तक एक थानेदार पर रात में पुलिस गश्ती की जांच का जिम्मा होगा। सुपर जोन के डीएसपी की भी जिम्मेदारी कम से कम 50 प्रतिशत पीसीआर, माइक की जांच की होगी। रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि पुलिस की गश्ती के लिए तैनात पीसीआर का एसओपी बनाया है। वहीं राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग आईजी मानवाधिकार नवीन कुमार सिंह के द्वारा की जा रही है। इसके लिए व्यवस्था की खामियों से अवगत कराना होगा। पुलिसिया गश्ती व सुरक्षा की जांच रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक निगरानी होने के बाद डीएसपी व थानेदार स्तर के अधिकारी गश्ती व्यवस्था की खामियों से एसएसपी को अवगत कराएंगे। इसके अलावे सिटी कंट्रोल के पुलिसकर्मी भी रोजाना 7 पीसीआर की जांच करेंगे।
इन तीन जोन में बंटा गया थाना
जोन 1 में सदर, बरियातू, लालपुर, खेलगांव, बीआईटी मेसरा, गोंदा , जोन 2 में लोअर बाजार, चुटिया, डेली मार्केट, कोतवाली, सुखदेवनगर और पंडरा ओपी। जबकि जोन 3 में अरगोड़ा, जगन्नाथपुर, धुर्वा, तुपुदाना, डोरंडा और हिंदपीढ़ी थाने के इलाके के रखा गया है।
क्या क्या होगी जांच
- पीसीआर के चालक एवं गार्ड की सतर्कता व लोकेशन की जांच।
-थाना गश्ती की सतर्कता एवं उसके लोकेशन की जाच । - थाना प्रभारी के पेट्रोलिग की स्थिति । – प्रत्येक थाना प्रभारी से रात में कम से कम 02 पेट्रोलिग सुनिश्चित कराना होगा।
- विभिन्न चौक-चौराहों पर प्रतिनियुक्त बलों की समीक्षा एवं उनके कार्यों का पर्यवेक्षण
- क्राइम हॉटस्पॉट एवं शहर से बाहर निकलने वाले सड़क में बैरिकेडिंग / ड्रॉप गेट लगाकर चेकिंग
- वाहन चेकिग किस तरह से किया जाता है ये ब्रीफ करेंगे। खासकर जब वाहन में महिला/ बच्चे / बुजुर्ग हों तब शालीनता से पेश आने की हिदायत देंगे।
पीसीआर के लिए क्या है एसओपी
रांची शहरी क्षेत्र में कार्यरत सभी पीसीआर वैन/थाना गश्ती के लिए एसओपी बनाया गया है। जिसके मुताबिक प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी / कर्मी विशेषकर बैंक, भीड़ वाले स्थान, एटीएम, मल्टीपलेक्स, जेवर दुकान, पेट्रोल पम्प आदि पर विशेष निगरानी रखेंगे। वीवीआईपी एरिया जैसे राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, सचिवालय, विधानसभा, उच्च न्यायालय आदि महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानो में समूचित एव दुरूस्त पेट्रोलिंग सुनिश्चित करेंगे तथा सुरक्षा गार्ड को सतर्क करेंगे। पीसीआर वाहन को एक ही स्थान पर खड़ा नहीं करके मुख्य सडक या चौंक-चौराहो के आस-पास चलायमान रखेंगे। पीसीआर को निर्देश दिया गया है कि पैसे की वसूली नहीं करें। वाहन के रुके होने की स्थिति मे वाहन में प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी / कर्मी वाहन में न बैठे रहे बल्कि वाहन से उतरकर मुख्य सड़क पर कुछ निश्चित दूरी तक घुमते-फिरते आसपास की गतिविधि पर निगरानी रखें।