रांची: स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर सेवाएं देने के लिए तत्पर है. अब विभाग को मुख्यमंत्री का भी सहयोग मिल रहा है. जिससे कि सरकारी हॉस्पिटलों की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके. इसके लिए झारखंड सरकार ने 1,35,55,00,000 रुपये आवंटित किए है. यह योजना मुख्यमंत्री अस्पताल संचालन एवं रख-रखाव योजना के तहत शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के भवनों की मरम्मत और प्रबंधन को व्यवस्थित करना है. इस योजना के तहत सदर अस्पताल को 75 लाख रुपये प्रति वर्ष और अनुमंडल अस्पताल को 50 लाख रुपये प्रति वर्ष मिलेंगे. जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 10 लाख रुपये, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 5 लाख रुपये और स्वास्थ्य उपकेंद्र को 2 लाख रुपये प्रति वर्ष देने की योजना है.

इमरजेंसी में खरीदी जाएगी दवा और उपकरण

इस योजना के तहत मिली राशि का इस्तेमाल दवा की खरीदारी के लिए किया जा सकेगा. इमरजेंसी की स्थिति में इस राशि से दवा की खरीदारी की जाएगी. साथ ही कहा गया है कि दवा खरीद के लिए निर्धारित राशि की अनुपलब्धता की स्थिति में, इस फंड से दवा खरीदी जा सकेगी. वहीं छोटे उपकरणों की खरीद के लिए भी इस फंड का उपयोग किया जा सकेगा, बशर्ते एक उपकरण की लागत योजना के आवंटन का 10 प्रतिशत से कम हो.

ये हो सकेगा काम

  •    भवन की मरम्मत और पेंटिंग
  •    चाहरदीवारी की मरम्मत
  •    विद्युत व्यवस्था, पेयजल और साफ-सफाई
  •    मरीजों और उनके परिजनों के बैठने की व्यवस्था
  •    दवा, मेडिकल इक्विमेंट्स और उपकरण की खरीदारी
  •    सोलर लाइट, रेफ्रिजरेटर और शौचालय की व्यवस्था
  •    पौधरोपण, बागवानी और अन्य आकस्मिक कार्य

सदर का रंग होगा सफेद

स्वास्थ्य केंद्रों की पहचान के लिए अब इन संस्थानों को अलग-अलग रंगों में रंगने की तैयारी है. इसके तहत सदर अस्पताल का रंग सफेद होगा. जबकि अनुमंडल अस्पताल हल्का पीला, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हल्का गुलाबी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हल्का नीला और स्वास्थ्य उपकेंद्र या आयुष्मान आरोग्य मंदिर येलो मेटालिक रंग का होगा. इस फंड से ही अस्पतालों के रंग रोगन का काम किया जाएगा.

 

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