सशस्त्र बलों की ताकत बढ़ाने के लिए डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल ने बड़ा फैसला लेते हुए 97 तेजस फाइटर जेट, 156 प्रचंड हेलिकॉप्टर की खरीद की मंजूरी दे दी है. ये दोनों स्वदेशी कॉम्बैट प्लेन-हेलिकॉप्टर हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद ने तीनों भारतीय सेनाओं के लिए करीब 2.23 लाख करोड़ के हथियार, यंत्र खरीदने और बनाने की मंजूरी दे दी है. इसमें 98% चीजे स्वदेश निर्मित होंगे. साथ ही सरकार ने एंटी-शिप मिसाइल, टोड गन सिस्टम जैसी कई चीजों की अनुमति दी है. LCA तेजस के अपडेटेड वर्जन LCA MK2 के डेवलपमेंट के लिए 9 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी दी है. वहीं सुखोई-30 लड़ाकू विमान को अपग्रेड करने के एक प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है. बता दें कि तेजस मार्क 1-ए लड़ाकू विमान को भारतीय वायु सेना के लिए और हेलिकॉप्टरों को वायु सेना और थल सेना के उपयोग के लिए लाया जा रहा है. हालांकि इस बड़ी सैन्य डील में इन एयरक्राफ्ट के भारतीय सेना में शामिल होने में कम से कम 10 साल का वक्त लग सकता हैं. वहीं सरकार ने भारत में बनें हथियारों के बेड़े पर जोर देते हुए स्वदेशी निर्माताओं से हुई अबतक की हुई सबसे बड़ी सैन्य डील को धरातल पर उतारा है.
ये भी पढ़ें: 20 लाख रुपये रिश्वत लेते पुलिस के हत्थे चढ़ा ईडी अधिकारी