रांची : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को आठ राज्यों क्रमशः आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, केरल, पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश एवं तमिलनाडु तथा पांच केंद्र शासित प्रदेश क्रमशः चंडीगढ़, दिल्ली, पुडुचेरी, लक्षद्वीप तथा अंडमान एवं निकोबार के स्थापना दिवस के अवसर पर राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. कहा कि ‘भारत एक है और एक रहेगा’. हम एक रहकर निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर हैं. हम एक रहकर मानवता की भावना को पल्लवित एवं पुष्पित कर सकते हैं. राज्यपाल ने कहा कि भारत में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं लेकिन सभी एक दूसरे की भाषा एवं भावना का सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि एकता के साथ-साथ विश्व-बंधुत्व की भावना हमारी सबसे बड़ी ताकत है. इसका परिचय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के समय दिया. जब विश्व के विभिन्न देशों को निःशुल्क कोविड टीका प्रदान किया गया. उनके नेतृत्व में हमारी अर्थव्यवस्था नित्य-नया मुकाम हासिल कर रहा है.
राज्यपाल ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अल्पायु में मानवता के प्रति जो धर्म निभाया, उसे विश्व सदियों तक याद रखेगा. आज हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है कि समाज की मुख्यधारा से वंचित लोगों की सेवा करें. उन्होंने कहा कि लोग अपनी भाषा, संस्कृति के साथ अन्य की भी भाषा, संस्कृति जानने का प्रयास करें एवं उनका आदर व सम्मान करें. कार्यक्रम में विभिन्न प्रदेशों के लोकगीत एवं लोकनृत्य की प्रस्तुति की गई. राज्यपाल ने सभी के सुख-समृद्धि की कामना की एवं विभिन्न प्रदेशों के लोगों सम्मानित भी किया.
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