रांची । झारखंड प्रदेश कांग्रेस को-ऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक वर्चुअल माध्यम से शुक्रवार को हुई। को-ऑर्डिनेशन कमिटी के चेयरमैन और झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों एवं कार्यक्रमों को आम जनों तक पहुंचाने की प्रक्रिया एवं जिम्मेवारी स्पष्ट हो। चुने हुए प्रतिनिधि एवं कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय हो।
उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी एवं जवाबदेही स्पष्ट हो और कार्यकर्ताओं की सक्रियता के आधार पर उनके मूल्यांकन की प्रक्रिया एवं उन्हें उचित स्थान देने की प्रक्रिया तय हो। इससे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता अपनी राजनैतिक भूमि का मजबूती के साथ निभा सके। नेता विधायक दल आलमगीर आलम ने चिंतन शिविर की सफलता पर सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यक्रमों के साथ सरकार के जनहितैषी योजनाओं को प्रचारित प्रसारित करने के लिए भी संगठन को तैयार करना होगा। इसलिए कार्यकर्ता संवाद जरूरी है।

बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि संगठन सशक्तिकरण के लिए सदस्यता अभियान को हम सभी को समग्र प्रयासों से सफल बनाने के लिए लगना होगा। डॉ अजय कुमार ने कहा कि कार्यकर्ताओं की पहचान एवं प्रशिक्षण की प्रक्रिया निरन्तर चलनी चाहिए। मोर्चा, प्रकोष्ठ का मुख्य संगठन के साथ समन्वय सुनिश्चित हो।
को-ऑर्डिनेशन कमिटी के सभी सदस्यों ने कमिटी की बैठक को जिला एवं प्रखंड स्तर तक निरंतर आहूत किये जाने पर बल देते हुए जल्द से जल्द सांगठनिक कमिटी को गठित करने को जरूरी बताया। साथ ही साथ सदस्यता अभियान को सफल बनाने की बात कही।
झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने प्रदेश अध्यक्ष को निर्देश दिया कि शनिवार से आरंभ होने वाले प्रमंडलीय सम्मेलन कार्यक्रम में संबंधित प्रमंडल के तहत सभी जिले के अध्यक्ष और पदाधिकारी, प्रखण्ड अध्यक्ष तथा पदाधिकारी, बूथ अध्यक्ष, पूर्व सांसद और विधायक सहित अन्य नेता की उपस्थिति सुनिश्चित हो।
बैठक में कमिटी के संयोजक प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, सदस्य नेता विधायकदल आलमगीर आलम, उपनेता विधायक दल प्रदीप यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, डॉ अजय कुमार , मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री बादल पत्रलेख, कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा, बंधु तिर्की, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर और सुखदेव भगत सहित अन्य शामिल हुए।