रांची। गुमला जिला के घोर नक्सल प्रभावित कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन भाकपा माओवादी के रीजनल कमेटी मेंबर एवं सेक्रेटरी कोयल संघ जोन दुर्दांत बुद्धेश्वर उरांव की मुठभेड़ में मौत हो गई। मुठभेड़ में मारा गया बुद्धेश्वर उरांव पर 103 मामले दर्ज हैं। जिसमें हत्या, डकैती, लूट, रंगदारी, आगजनी, पुलिस पार्टी पर हमला एवं अन्य नक्सल घटनाओं से संबंधित मामले हैं। दुर्दांत बुद्धेश्वर उरांव के मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों में खुशी है। आज सुबह झारखंड पुलिस व सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस को सफलता मिली है। दुर्दांत बुद्धेश्वर उरांव के मुठभेड़ में मारे जाने को झारखंड पुलिस व सीआरपीएफ बड़ी उपलब्धि मान रही है।

ग्रामीणों व सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने लगाता था जंगल के आइईडी

पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया दुर्दांत नक्सली बुद्धेश्वर उराव के दस्ते द्वारा सुरक्षा बलों एवं ग्रामीणों को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य जंगल व पहाड़ी क्षेत्रों में आईडी लगाया जाता रहा है। हाल के दिनों में आईडी की चपेट में आने से अब तक कुल 5 ग्रामीण मारे गए हैं। जबकि, 14 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हालांकि आईडी ब्लास्ट में कई जवान व श्वान ” द्रोणा ” भी शहीद हुए है।

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