साहिबगंज: इस बार आम लोकसभा चुनाव में एनडीए 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी. वहीं झारखंड की सभी 14 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के उम्मीदवार जीत रहे हैं. उक्त बातें झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने गुरुवार को साहिबगंज में कही. उन्होंने कहा कि राजमहल, गोड्डा और दुमका लोकसभा चुनाव में एक जून को मतदान होना है इन तीनों सीटों पर 140 करोड़ जनता के प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज कर तीसरी बार देश की कमान संभालेगा.

अमर कुमार बाउरी ने कहा कि संथाल परगना इस समय देश और दुनिया की मीडिया में सुर्खियों में है. क्योंकि झारखंड की जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी सरकार खासकर संथाल परगना में भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. वर्ष 2019 में राज्य में महाठगबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद से आज तक इस सरकार के नेताओं और अधिकारियों ने राज्य के हर क्षेत्र में लूट मचा रखी है. वहीं अगर संथाल परगना की बात करें तो बरहेट के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री आज भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं. पाकुड़ से कांग्रेस विधायक और कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम के कर्मचारियों के घर से 35 करोड़ रुपये बरामद हुए. आज पाकुड़, बरहेट समेत संथाल परगना की जनता को बदनाम किया जा रहा है, जिसका जवाब इस आम चुनाव में जनता देगी.

पावन भूमि को कलंकित कर रही सरकार

अमर बाउरी ने कहा कि चांद भैरव, सिदो कान्हू, फूलों झानो जैसे क्रांतिकारी जिन्होंने इस संथाल परगना की पावन धरती से हुल क्रांति की नींव रखी. ऐसी पावन धरती को आज झारखंड सरकार कलंकित कर रही है. आज भोगनाडीह में आदिवासी आबादी कम हो गई है. वहीं दूसरी ओर संथाल परगना में पिछले कुछ सालों में बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों की संख्या 35% हो गई है जबकि हिंदुओं की आबादी घटकर 11% रह गई है. पूरे देश में हिंदुओं की आबादी 8% कम हुई है जबकि मुस्लिम आबादी में 45% की वृद्धि हुई है.

घुसपैठिए बसा रहे कॉलोनी

उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए संथाल परगना प्रवृत्ति अधिनियम का उल्लंघन कर संथाल परगना के कई इलाकों में अपनी कॉलोनियां स्थापित कर रहे हैं. यहां के मूल निवासियों की महिलाओं/बेटियों से शादी कर उन्हें किसी संवैधानिक पद के लिए चुनाव लड़ाकर वे इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं. जामताड़ा जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि जामताड़ा के कई सरकारी स्कूलों का नाम बदलकर उर्दू स्कूल कर दिया गया है. जबकि रविवार को होने वाली सार्वजनिक छुट्टी को बदलकर शुक्रवार कर दिया गया है. इतना ही नहीं, संथाल परगना की महिलाओं और बेटियों की हत्या घुसपैठियों द्वारा की जा रही है, क्योंकि वे उनकी बात नहीं सुनते हैं.

गुंडा गठबंधन सरकार की साजिश

उन्होंने कहा कि यह गुंडा गठबंधन सरकार वर्षों से झारखंड में चरणबद्ध तरीके से आदिवासी पहचान को खत्म करने की साजिश कर रही है. यह सरकार अपने वर्तमान को बेहतर बनाने में व्यस्त है, जबकि इसे राज्य के भविष्य की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बार का आम चुनाव आदिवासियों की पहचान से जुड़ा हुआ है और मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार देश की जनता एनडीए को तीसरी बार 400 से अधिक सीटों पर जीत दिला रही है.

 

 

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