रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का चौथे दिन भी सदन के बाहर विपक्षी दलों नमाज के लिए आवंटित कमरे को लेकर प्रदर्शन किया और आदेश को रद्द करने की मांग की. आवंटित कमरे का मुद्दा लगातार तूल पकड़ रहा है और इसको लेकर भाजपा ने विधानसभा घेराव का आह्वान किया है. नमाज के लिए आवंटित कमरे को लेकर चल रहे हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है.
आदेश रद्द किया जाए या अलग से प्रार्थना के लिए कमरा आवंटित करें
विपक्ष के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि पहले सरकारें तुष्टिकरण की राजनीति करती थी लेकिन क्या अब विधानसभा भी इस्लामिक तुष्टिकरण करने लगी है. यह बहुत ही दुखद है. विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है और लोकतंत्र के मंदिर में धर्म विशेष को लेकर विधानसभा अध्यक्ष का लगाव होगा तो यह बहुत ही दुखद है. भाजपा की मांग है कि नमाज पढ़ने के लिए जो कमरा आवंटित किया गया है, उसे रद्द किया जाए या फिर अलग से एक कमरा प्रार्थना करने के लिए भी आवंटित किया जाए. इसी मांग को लेकर भाजपा के हजारों कार्यकर्ता विधानसभा घेराव करेंगे.
जनता से जुड़े सवालों को भी उठा रही भाजपा
सदन में स्थानीय मुद्दों को लेकर सवाल उठाने पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पार्टी सभी मुद्दों को उठा रही है. नियोजन नीति से लेकर तमाम मु्द्दों पर सरकार से जवाब मांगा गया है. जनता से जुड़े मुद्दों पर भाजपा सरकार से सवाल पूछ रही है. नमाज के लिए आवंटित कमरे पर बाबूलाल ने कहा लोकतंत्र के मंदिर को कलंकित किया गया है. भारत मजहबी देश नहीं है. लोकतंत्र के मंदिर में इबादत के लिए कोई और जगह आवंटित किया जाए. लोकतंत्र और संविधान को बचाए रखने के लिए भाजपा प्रदर्शन कर रही है.
कांके विधायक समरी लाल ने कहा कि सरकार यह चाहती है कि जो जनता से जुड़े मुद्दे हैं वह विधानसभा में नहीं आ पाए. यह वजह है कि हेमंत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए आवंटित कमरे के आदेश को तत्काल रद्द किया जाए.