पाकुड़ : पाकुड़ जिले में बिजली विभाग की लापरवाही से सड़क किनारे बिजली पोल और तार वर्षों से जर्जर हो गए हैं, जो स्थानीय लोगों के लिए गंभीर खतरा बन गए हैं. खासकर शहर के हिरणडग्गा बाजार से गांधी चौक तक, और मेन रोड में जगह-जगह बिजली के तार झूलते हुए नजर आ रहे हैं, जो मकड़जाल की तरह फंसे हुए हैं. इसके अलावा, फाटक पार स्थित मुख्य बलिहारपुर हनुमान मंदिर के पास दो जुड़वा पोल जर्जर हो गए हैं और हवा के झोंकों से झूल रहे हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति लंबे समय से बनी हुई है, और अब किसी बड़े हादसे का डर सताने लगा है. हवा का कोई भी तेज झोंका इन बिजली पोलों और तारों को गिरा सकता है, जिससे बड़ा नुकसान हो सकता है. हालांकि, बिजली विभाग और प्रशासन की ओर से इस समस्या को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं.
पाकुड़ जिले में 24 वर्षों से बिजली विभाग के सुधार की प्रक्रिया की बात की जा रही है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है. जिले की खनिज संपत्ति, जैसे कोयला, पत्थर, और बालू से लाखों रुपये की राजस्व सरकार को मिलती है, लेकिन जिले के विकास में कोई खास सुधार नहीं हुआ है. विभाग बड़े-बड़े कंपनियों और शोरूमों को रोशनी देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है, जबकि सड़क किनारे के जर्जर पोलों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो पाकुड़ जिले के लोग आने वाले समय में बड़ी दुर्घटनाओं का शिकार हो सकते हैं.
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