रांची : सरकार द्वारा किये गये तमाम दावे के बावजूद झारखंड से बड़े तादाद में मजदूर दूसरे राज्य काम करने जा रहे हैं. इसकी संख्या हजारों में है. काम करने को लेकर यहां से मजदूर उत्तराखंड गये. श्रमाधान पोर्टल के आंकड़े बताते हैं कि दुमका, गुमला, साहिबगंज, पाकुड़, गिरिडीह ही ऐसे जिलें हैं, जहां से सबसे अधिक लोग प्रवासी मजदूर बने हैं. वहीं, सबसे कम जिलों में जामताड़ा, खूंटी, लोहरदगा और खरसावां शामिल है. झारखंड में गिरिडीह ऐसा जिला है, जहां से सबसे ज्यादा मजदूर प्रवासी रूप में दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं. इनकी संख्या 19103 है.
झारखंड के 167692 पंजीकृत मजदूर हैं जो राज्यों में कर रहे काम
अगर सरकार के आंकड़ों पर गौर करें तो झारखंड सरकार के श्रमाधान पोर्टल में अभी तक 1,67,692 पंजीकृत मजदूर ऐसे हैं जो रजिस्टर्ड होकर दूसरे राज्यों में काम करने गए हैं. हालांकि श्रम विभाग यह भी स्वीकार करता है कि इस आंकड़े से कई अधिक लोग दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं, जिनकी जानकारी उन्हें नहीं है.
इन राज्यों में ज्यादा काम कर रहे हैं श्रमिक
बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, केरल, तमिलनाडु, अंडमान-निकोबार, लद्दाख, लक्षद्वीप, ओड़िशा, पंजाब, हरियाणा, यूपी, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में भी श्रमिक काम कर रहे हैं.
किस जिला से कितने प्रवासी श्रमिकों ने कराया निबंधन
जिला-संख्या
जामताड़ा-115
खूंटी-996
दुमका-11637
लातेहार-2784
गुमला-11528
पूर्वी सिंहभूम-1660
सिमडेगा-5565
साहिबगंज-11493
रांची-1614
रामगढ़-1280
देवघर-1514
सरायेकला-खरसावां-729
बोकारो-8210
चतरा-1271
गोड्डा-12485
पश्चिमी सिंहभूम-11721
हजारीबाग-8575
गढ़वा-6667
पाकुड़-12499
गिरिडीह-19103
लोहरदगा-664
पलामू-7210
धनबाद-2496
कोडरमा-605
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