वर्ष 2013 में लातेहार में हुए मुठभेड़ में शहीद पुलिस वालों के पेट में बम प्लांट करने वाला नक्सली सुशील राम उर्फ रितेश उर्फ नितेश समेत दो लोगों को गढ़वा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह 12 सालों तक नक्सली संगठन में सक्रिय रहा। शीर्ष नक्सली नेता प्रशांत बोस व अरविंद का सहयोगी भी रह चुका है। लातेहार जिले के कटिया जंगल में मुठभेड़ में शहीद पुलिस कर्मियों के पेट में बम प्लांट करने में वह भी शामिल रहा है। SP अंजनी कुमार झा ने बताया कि सुशील पलामू के पांडू थाना क्षेत्र के ढांचाबार गांव का रहने वाला है। वह 2010 और 2013 में हुई नक्सली घटनाओं में जेल जा चुका है।

फिलहाल वह खुद का भारतीय पब्लिक कम्युनिस्ट पार्टी नामक आपराधिक संगठन चला रहा था। पुलिस ने उसे कांडी थाना क्षेत्र के नाऊ भिलमा निवासी दशरथ राम के घर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने दशरथ को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस को बताई घटना की पूरी कहानी पकड़े गए नक्सली ने पुलिस को वर्ष 2013 में हुई घटना की पूरी कहानी बयां की। बताया कि पुलिस कर्मियों के पेट में बम रखने के पीछे दूसरे सुरक्षा कर्मियों को नुकसान पहुंचाने की मंशा था। नक्सलियों को अंदेशा था कि शव उठाने से लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाने तक के बीच कहीं न कहीं बड़ा विस्फोट हो जाएगा।

गढ़वा और लातेहार में 12 से अधिक मामले दर्ज हैं
संगठन के छह सदस्यों खुस्तर अंसारी, नीतीश यादव, उपेंद्र सिंह, सैयदा हुसैन, सुचित कुमार और चंद्रदेव गौड़ को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। सुशील की निशानदेही पर एक दे’शी कट्टा, चार जिंदा कारतूस, ग्राइंडर मशीन, फोन, बाइक, रुपए आदि बरामद किए गए हैं। उसके खिलाफ गढ़वा व लातेहार में 12 से अधिक मामले दर्ज हैं।

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