जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर जिले में नौकरी से निकाले जाने से गुस्साये मानगो के एक युवक ने केरल के मलप्पुरम के तिरुर में होटल व्यवसायी एजहूर मेचेरी सिद्दीकी की हत्या कर दी।
18 मई फरहान को नौकरी से निकाला दिया गया था। उसी दिन से होटल मालिक गायब था। 22 मई को सिद्दीकी के बेटे ने तिरुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इस मामले में शिबिली, फरहान व कार ड्राइवर आशिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने हत्या में आशिक के शामिल होने की पुष्टि की है।
वह पहले भी कई आपराधिक मामलों में आरोपी रह चुका है। होटल व्यवसायी की हत्या संभवत: 18 या 19 मई को कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि हत्या आशिक की मौजूदगी में की गई। फरहान के कहने पर वह अपराध में शामिल हो गया। फरहान को कुछ दिन पहले होटल मालिक ने नौकरी से निकाल दिया था।
हत्या की योजना उसने ही बनाई थी। सिद्दीकी की हत्या के आरोपित शिबिली और फरहान को चेन्नई से जमशेदपुर भागने की कोशिश के दौरान एग्मोर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपित चेन्नई के एग्मोर से टाटानगर रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन में सवार होने की योजना बना रहे थे। होटल मालिक की हत्या कोझिकोड के एरानिपालम के एक होटल में हुई थी। हालांकि, सिद्दीकी सहित तीन लोग होटल के कमरे में गए थे, केवल दो लोग कमरे से बाहर निकले।
सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि जब हत्यारोपित कमरे से बाहर निकले तो दोनों के पास दो ट्राली बैग थे। दोनों हत्यारोपितों ने सिद्दीकी के शव के टुकड़े कर दो ट्रॉली बैग में भर अट्टापदी घाट रोड के नीचे फेंक दिया।
पुलिस को जांच में पता चला है कि एरानिपालम के जिस होटल में सिद्दीकी की हत्या की गई थी, वहां दो कमरे बुक किए गए थे। व्यवसायी ने एक अपने लिए और दूसरा फरहान व शिबिली के लिए बुक किया था।
सीसीटीवी में शिबिली को 19 तारीख को दोपहर तीन बजे के आसपास प्रतीक्षारत कार के ट्रंक में एक ट्रॉली बैग लोड करते हुए देखा गया। फरहान करीब 10 मिनट बाद आता है, जबकि ड्राइवर आशिक कार में ही बैठा रहता है।
कोझिकोड के कारोबारी सिद्दीकी के लापता होने के बाद भी उसके बैंक खाते से पैसे निकाले गए। सिद्दीकी के बेटे के मुताबिक, उसके लापता होने के बाद अलग-अलग एटीएम से उसके खाते से दो लाख रुपये निकाले गए थे।