JoharLive Desk
मुंबई : बीते सप्ताह रिकॉर्ड बनाने के बाद आने वाले सप्ताह में घरेलू शेयर बाजारों की दिशा महँगाई तथा औद्योगिक उत्पादन के आँकड़ों से तय होगी।
शेयर बाजार में गत सप्ताह दिग्गज तथा बड़ी कंपनियों में लिवाली हावी रही। देश भर में 1,600 आवासीय परियोजनाओं में अटके पड़े 4.58 लाख मकानों का काम पूरा करने के लिए सरकार के लिए विशेष कोष बनाने को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद बाजार में, विशेषकर बैंकिंग तथा रियलिटी क्षेत्र की कंपनियों में निवेशकों ने जमकर पैसा लगाया।
आलोच्य सप्ताह में बीएसई का सेंसेक्स 158.58 अंक यानी 0.39 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त में 40,323.61 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 17.55 अंक यानी 0.15 प्रतिशत चढ़कर सप्ताहांत पर 11,908.15 अंक पर बंद हुआ। मझौली और छोटी कंपनियों पर दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 1.07 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.93 प्रतिशत की गिरावट में रहा।
आने वाले सप्ताह में सोमवार को सितंबर के औद्योगिक उत्पादन, बुधवार को अक्टूबर की खुदरा महँगाई और गुरुवार को अक्टूबर की थोक महँगाई के आँकड़े आने हैं। इनके साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय हलचलों का असर भी घरेलू बाजारों पर दिखेगा। आगामी सप्ताह मंगलवार को गुरु नानक जयंती के अवकाश के कारण बाजार में चार दिन ही कारोबार होगा।
इससे पहले बीते सप्ताह सेंसेक्स ने कई नये रिकॉर्ड बनाये। गुरुवार को सेंसेक्स 40,653.74 अंक पर बंद हुआ जो अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। शुक्रवार को बीच कारोबार में यह 40,749.33 अंक तक चढ़ा जो इसका ऐतिहासिक उच्चतम स्तर है।